Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना (Shiv Sena) सांसद अरविंद सावंत (Arvind Samwant) ने बताया कि पार्टी ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और संबंधित विधायकों को नोटिस जारी किया है. सावंत ने कहा, "महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है, कई विधायक दलबदल कर असम चले गए हैं. हमने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और अब तक 16 विधायकों को नोटिस दिया जा चुका है."


शिवसेना के वरिष्ठ वकील एडवोकेट देवदत्त कामत ने कहा, "शिवसेना ने संविधान के प्रावधान के तहत 16 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसमें कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी पार्टी की सदस्यता छोड़ देता है तो वह अयोग्यता का पात्र है." अधिवक्ता देवदत्त कामत ने कहा, "शिवसेना द्वारा अलग-अलग समय पर कई बैठकें बुलाई गईं, जिनमें से किसी ने भी भाग नहीं लिया. भाजपा शासित राज्यों का दौरा करना, भाजपा नेताओं से मिलना और सरकार गिराने का प्रयास करना विद्रोहियों द्वारा उल्लंघन है."


दो तिहाई संख्याबल पर वकील ने दी ये दलील


कामत ने कहा कि दो तिहाई संख्याबल (दलबदल विरोधी कानून को पार करने के लिए) की अवधारणा केवल तभी लागू होती है जब विलय होता है. अधिवक्ता देवदत्त कामत ने कहा, "जब तक विधायक किसी अन्य पार्टी में विलय नहीं करते, अयोग्यता लागू होती है. आज तक कोई विलय नहीं हुआ है, उन्होंने स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ दी है." विशेष रूप से, 25 जून को शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पार्टी के भीतर विद्रोह को नियंत्रण में लाने के लिए विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूर्ण अधिकार देने वाले छह प्रस्ताव पारित किए गए.


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शिवसेना के वकील ने बताई यह बात


अधिवक्ता ने कहा कि संविधान के तहत, स्पीकर की अनुपस्थिति में डिप्टी स्पीकर की शक्ति होती है और वह ऐसे मामलों पर निर्णय ले सकता है. उन्होंने कहा, "विद्रोहियों द्वारा एक अनधिकृत ईमेल पते के माध्यम से अविश्वास प्रस्ताव भेजा गया था." महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार को झटका देते हुए शिवसेना के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायकों ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और सूरत में डेरा डाल दिया. बागी विधायकों ने अपना अड्डा गुवाहाटी के एक होटल में बनाया है.


सांसद संजय राउत ने कही ये बात


इस बीच, पार्टी सांसद संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि अगर असम में डेरा डाले हुए बागी विधायकों का समूह 24 घंटे में मुंबई लौटता है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करता है तो शिवसेना एमवीए सरकार छोड़ने के लिए तैयार है. "आप कहते हैं कि आप असली शिवसैनिक हैं और पार्टी नहीं छोड़ेंगे. हम आपकी मांग पर विचार करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते आप 24 घंटे में मुंबई वापस आएं और सीएम उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करें. आपकी मांग पर सकारात्मक विचार किया जाएगा. ट्विटर और व्हाट्सएप पर पत्र नहीं लिखें.


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