Mumbai News: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने को लेकर पूछे गए सवाल पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमने ये फैसला किसी के दबाव में नहीं किया है. उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक समर्थन नहीं है, शिवसेना ने इससे पहले भी प्रतिभा पाटिल और प्रणब मुखर्जी का भी समर्थन किया था. जब उनसे पूछा गया कि क्या द्रौपदी मुर्मू समर्थन मांगने के लिए उद्धव ठाकरे के घर जा रही हैं? इस पर उन्होंने कहा कि हम एनडीए में नहीं हैं, मुझे नहीं पता कि द्रोपती मुर्मू जी मातोश्री में उद्धव ठाकरे से मिलने जा रही हैं या नहीं.


किसी के दबाव में फैसला नहीं लेती शिवसेना
बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 11 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बैठक बुलाई थी. बैठक के बाद संजय राउत ने कहा था कि द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का मतलब ये नहीं कि हम बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम दो-तीन दिनों में इस बात पर फैसला लेंगे कि किसका समर्थन करना है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हमारी विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से भी सहानुभूति है. उन्होंने कहा कि इससे पहले हमने प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था न कि एनडीए उम्मीदवार का. इससे पहले हमने प्रणव मुखर्जी का भी समर्थन किया था. शिवसेना कभी भी दबाव में फैसले नहीं लेती.


हम केवल अच्छे उम्मीदवार का समर्थन करेंगे
इससे पहले सोमवार को, पार्टी सांसद गजानन कीर्तिकर ने कहा कि शिवसेना प्रमुख द्वारा बुलाई गई बैठक में पार्टी के 18 में से 16 सांसद मौजूद थे और कहा कि उद्धव ठाकरे एक या दो दिन में अपना फैसला बताएंगे. कीर्तिकर ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू एनडीए उम्मीदवार के साथ-साथ एक आदिवासी नेता व एक महिला हैं. हमें उन्हें ही अपना समर्थन देना चाहिए और बैठक में सभी सांसदों ने यही मांग की थी. उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपति चुनावों में कोई राजनीति नहीं कर रहे बल्कि एक अच्छा उम्मीदवार देख रहे हैं.


राज्य में बाढ़ जैसे हालात, राज्यपाल का पता नहीं
वहीं सजय राउत ने महाराष्ट्र की वर्तमान एकनाथ शिंदे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि  महाराष्ट्र की सरकार को बने हुए 12 दिन बीत चुके हैं. सरकार ने अभी तक कोई काम नहीं किया है. यह सरकार अवैध है. उन्होंने कहा कि राज्य में बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात हैं, लेकिन 12 दिनों से राज्यपाल का कोई पता नहीं है.


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