महाराष्ट्र में पंप स्टोरेज जलविद्युत परियोजनाओं को नई दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में जलसंपदा विभाग ने 4 महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) किए हैं.

इन करारों से नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ औद्योगिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र पंप स्टोरेज परियोजनाओं में देश का अग्रणी राज्य बन गया है.

गुजरात और राजस्थान में 1 लाख मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन संभव

मुख्यमंत्री ने कहा, हमने पंप स्टोरेज नीति के तहत देश में सबसे अधिक परियोजनाएं, निवेश और प्रस्तावित बिजली उत्पादन की योजना बनाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को ‘नेट-जीरो’ देश बनाने के लक्ष्य के तहत महाराष्ट्र ने 2030 तक 50% से अधिक बिजली नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त करने का निर्णय लिया है.

पंप स्टोरेज से ग्रिड स्थिरता भी सुनिश्चित होगी. गुजरात और राजस्थान में 1 लाख मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन संभव है, लेकिन महाराष्ट्र में इसकी क्षमता 30,000 से 50,000 मेगावॉट तक ही सीमित है. महाराष्ट्र को सह्याद्री पर्वत श्रृंखला का लाभ है, जिससे पंप स्टोरेज के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.

चार कंपनियों के साथ किए गए समझौता ज्ञापन 

1. ग्रीनको एमएच-01 आयआरईपी प्रा. लिमिटेड

परियोजना: नयागांव ऑफ-स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरेज, सोयगाव, छत्रपती संभाजीनगरक्षमता: 2,000 मेगावॉटनिवेश: 9,600 करोड़  रुपये रोजगार: 6,000

2. ऋत्विक कोल्हापुर पीएसपी प्रा. लिमिटेड

परियोजना: ऑफ-स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरेज, चांदगड, कोल्हापुरक्षमता: 1,200 मेगावॉटनिवेश: 7,405करोड़ रुपयेरोजगार: 2,600

3. अदाणी हायड्रो एनर्जी टेन लिमिटेड

परियोजना: अडनदी पंप स्टोरेज, चिखलदरा, अमरावतीक्षमता: 1,500 मेगावॉटनिवेश: 8,250 करोड़ रुपये रोजगार: 4,800

4. वॉटरफ्रंट कंस्ट्रक्शन प्रा. लिमिटेड

परियोजना: कासारी-मुचकुंडी पंप स्टोरेज, लांजा, रत्नागिरीक्षमता: 1,750 मेगावॉटनिवेश: 6,700 करोड़ रुपयेरोजगार: 1,600

5. कुल - क्षमता: 6,450 मेगावॉटनिवेश: 31,955 करोड़ रुपयेरोजगार: 15,000