Navi Mumbai News: महाराष्ट्र के नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नामकरण को लेकर आंदोलन फिर तेज हो गया है. स्थानीय भूमिपुत्रों और नेताओं की मांग है कि हवाई अड्डे का नाम स्वर्गीय लोकनेते दि बा पाटिल के नाम पर रखा जाए. इसी मांग को लेकर सांसद सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा ने केंद्र सरकार को सख्त चेतावनी दी है कि यदि 20 दिसंबर तक नामकरण का फैसला नहीं हुआ तो 22 दिसंबर से बड़े पैमाने पर पदयात्रा आंदोलन शुरू होगा. साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा कि यदि सरकार ने इस पर निर्णय नहीं लिया तो 25 दिसंबर को हवाई अड्डे से एक भी विमान उड़ान नहीं भरेगा.
नामकरण का प्रस्ताव 3 साल से लंबित
सांसद बाल्या मामा के अनुसार, दि बा पाटिल के नाम पर हवाई अड्डे का नामकरण करने का प्रस्ताव लगभग सवा तीन साल से लंबित है. इस दौरान कई बार आश्वासन दिए गए, लेकिन निर्णय अभी तक नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पहले बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नामकरण पर सहमति जताई है, फिर भी यह मामला कैबिनेट में नहीं लाया गया. इससे स्थानीय लोगों में असंतोष बढ़ रहा है.
भूमिपुत्रों में भारी नाराजगी
सांसद का कहना है कि स्थानीय भूमिपुत्र काफी समय से इस मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. दि बा पाटिल साहेब ने नवी मुंबई के विकास और किसानों के अधिकारों के लिए बड़ा योगदान दिया था, इसलिए हवाई अड्डे का नाम उन्हें दिए जाने की मांग बिल्कुल उचित है. इस मुद्दे पर भूमिपुत्रों में भारी जनआक्रोश है और आंदोलन लगातार बड़ा रूप ले रहा है. अगर सरकार वादा पूरा नहीं करती तो तीव्र विरोध आंदोलन निश्चित है.
22 दिसंबर से पदयात्रा शुरु
सांसद बाल्या मामा ने बताया कि 22 दिसंबर से मानकोली नाका (भिवंडी) से नवी मुंबई हवाई अड्डे तक पदयात्रा निकाली जाएगी. इस यात्रा में कोई वाहन नहीं चलेगा, बल्कि सभी भूमिपुत्र पैदल चलकर अपने समर्थन का प्रदर्शन करेंगे. यह पदयात्रा शांतिपूर्ण तरीके से लेकिन बड़े पैमाने पर होगी, जिससे सरकार तक जनता का संदेश पहुंच सके.
इससे पहले 14 सितंबर को सांसद बाल्या मामा के नेतृत्व में भिवंडी से हवाई अड्डे तक बड़ी कार रैली निकाली गई थी. इसके बाद आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी थी कि जब तक नामकरण नहीं होगा, हवाई अड्डे का उद्घाटन नहीं होने दिया जाएगा. इस चेतावनी के बाद 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री फडणवीस ने भूमिपुत्रों के साथ बैठक कर दो से ढाई महीने में निर्णय लेने का आश्वासन दिया था.
25 दिसंबर को शुरू होनी हैं उड़ानें
अब 25 दिसंबर को नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा उड़ानों के लिए शुरू होने वाला है, लेकिन स्थानीय लोगों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि तब तक नामकरण का फैसला नहीं हुआ तो हवाई अड्डे का संचालन बाधित किया जाएगा. ऐसे में सरकार के लिए इस मांग पर फैसला करना बेहद जरूरी हो गया है.