महाराष्ट्र के लातूर जिले से एक ऐसा मामला सामना आया है जहां एक सरपंच ने गुस्से में अपना आपा खो दिया और तहसीलदार पर नोटों की गड्डियां फेंक दीं. बताया जा रहा है कि  भारी बारिश और बाढ़ के बीच फसल क्षति का आकलन (पंचनामा) नहीं होने पर सरपंच ने गुस्से में आ कर ऐसा किया   यह घटना 26 सितंबर को माकणी क्षेत्र में हुई. उप-तहसीलदार की शिकायत के बाद माकणी के सरपंच राहुल माकणीकर पर मामला दर्ज किया गया, जिसके बाद ग्रामीणों और राजस्व विभाग के कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया है.

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क्या है पूरा मामला?

लातूर जिले में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. प्रशासन की ओर से अभी तक फसल नुकसान का पंचनामा पूरा नहीं किया गया था. अधिकारियों के अनुसार, सरपंच राहुल माकणीकर ने इसी लापरवाही को लेकर तहसीलदार प्रसाद कुलकर्णी के सामने विरोध जताया. उन्होंने 10 और 20 रुपये के नोटों के बंडल फेंकते हुए कहा कि यह पैसा बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए है, लेकिन सरकार ने किसानों को राहत देने में कोई तत्परता नहीं दिखाई है.

कर्मचारियों का विरोध और तनाव

घटना के बाद तहसीलदार कुलकर्णी के नेतृत्व में राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कर्मचारियों ने मांग की कि जब तक माकणीकर की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वे काम नहीं करेंगे. इससे प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हुआ और ग्रामीणों में भी तनाव का माहौल बन गया. पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि माकणीकर खुद पुलिस थाने पहुंचे और अधिकारियों को चुनौती दी कि उन पर मामला दर्ज किया जाए. इस पूरे घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है.

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मामला दर्ज, जांच जारी

पुलिस ने उप-तहसीलदार की शिकायत पर माकणीकर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इस घटना ने प्रशासन और ग्रामीणों के बीच संवाद की कमी को उजागर कर दिया है. स्थानीय लोग सरकार से तत्काल राहत पैकेज और फसल नुकसान का निष्पक्ष आकलन करने की मांग कर रहे हैं. मामले की जांच जारी है और प्रशासन ने जल्द ही पंचनामा पूरा करने का आश्वासन दिया है.