Maharashtra Leopard Attack: महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में लोगों पर तेंदुओं के हमले बढ़े हैं. इस पृष्ठभूमि में अब महायुति सरकार ने तेंदुओं को खाने की तलाश में जंगल से बाहर न आने देने के लिए जंगल में ही भेड़ या बकरियां छोड़ने का फैसला किया है. हालांकि इस फैसले पर आधिकारिक तौर पर मुहर नहीं लगी है, लेकिन राज्य के वन मंत्री गणेश नाइक ने कहा कि पुणे के कुछ हिस्सों में तेंदुओं को खाने के लिए भेड़ या बकरियां छोड़ी गई हैं. वह मंगलवार को नागपुर में मीडिया से बात कर रहे थे.
भेड़, बकरियों को गले में टैग लगाकर छोड़ा जाए- गणेश नाइक
तेंदुओं के मानव बस्तियों में बढ़ते हमलों के बारे में वन मंत्री गणेश नाइक से सवाल किया गया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गणेश नाइक ने कहा कि हिंसक जानवरों को जो शिकार चाहिए वह शिकार जंगल में उपलब्ध नहीं है. हमारा विचार है कि हर जिले में तेंदुओं को खाने के लिए भेड़ या बकरियों को गले में टैग लगाकर छोड़ा जाए. जैसे हर गांव में एक नंदी होता है, उसी तरह ये भेड़-बकरियां होंगी. गणेश नाइक ने नागरिकों से अपील की कि आपके बच्चों और परिवार के सदस्यों को तेंदुए का खतरा न हो, इसलिए वन विभाग ने कुछ जगहों पर ये भेड़ें छोड़ी हैं. आप उनकी रक्षा करें.
तेंदुओं की कुछ हद तक नसबंदी करने की अनुमति मिली
तेंदुआ पहले एक वन्यजीव था. अब वह गन्ने का जीव बन गया है. जंगल की तुलना में गन्ने के खेत में तेंदुओं की पैदावार हो रही है. इसलिए तेंदुओं की संख्या बढ़ी है. तेंदुआ शेड्यूल 1 में आने वाला जानवर है. हमने केंद्रीय वन विभाग को प्रस्ताव भेजा है कि इसे अब शेड्यूल 2 में शामिल किया जाए. हमने वन विभाग से यह भी कहा है कि अगर तेंदुए जंगल में नहीं हैं तो उन्हें वन्यजीव के रूप में नहीं गिना जाना चाहिए. फिलहाल हमें केंद्रीय वन विभाग से तेंदुओं की कुछ हद तक नसबंदी करने की अनुमति मिल गई है.
राज्य सरकार हर जंगल में तेंदुओं की समान संख्या सुनिश्चित करने की योजना बना रही है. तेंदुओं को जंगल में ही शिकार मिलना चाहिए. उन्हें गांव में आकर कुत्तों और लोगों पर हमला नहीं करना चाहिए, इसके लिए वन विभाग प्रयास कर रहा है. इसके लिए जंगल में भेड़ छोड़ने का प्रस्ताव विचाराधीन है. गणेश नाइक ने यह भी कहा कि इसकी शुरुआत जुन्नार, आंबेगांव, शिरूर तालुका में भी हो चुकी है.
तेंदुए अफ्रीका और वनतारा को भेजे जाएंगे- गणेश नाइक
गणेश नाइक ने कहा कि राज्य के जिन क्षेत्रों में ज्यादा तेंदुए हैं, वहां से तेंदुओं को अफ्रीका भेजने पर भी विचार किया जा रहा है. अफ्रीका में बाघ, शेर हैं, लेकिन वहां तेंदुए नहीं हैं. इसलिए हमने केंद्रीय वन विभाग से पूछा है कि अगर महाराष्ट्र के तेंदुओं को अफ्रीका भेजने की मांग की जाए तो क्या आप इस पर विचार करेंगे. उन्होंने हमें एक लिखित प्रस्ताव भेजने को कहा है. वन मंत्री गणेश नाइक ने कहा कि कुछ तेंदुओं को वनतारा भेजा जाएगा.