Maharashtra Heat Wave Case: महाराष्ट्र में 1 मार्च से हीटस्ट्रोक के 41 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से तीन पुणे से हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि गुरुवार को दिन के बढ़ते तापमान के बीच महाराष्ट्र के जिलों में हीटस्ट्रोक के सबसे अधिक पांच मामले बुलढाणा में दर्ज किए गए हैं, इसके बाद अमरावती (4) और कोल्हापुर (4) हैं. विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि नासिक, पुणे और ठाणे जिलों में अब तक तीन-तीन मामले सामने आए हैं.


भीषण गर्मी का कैसे रखें ख्याल?
TOI के अनुसार, महाराष्ट्र स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभारी (पुणे डिवीजन) डॉ. राधाकिशन पवार ने कहा, "राज्य के आधे से अधिक जिलों में अब 40 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे गर्मी में बाहर निकलने से बचें और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं. जिला अस्पतालों को हीटस्ट्रोक के रोगियों के इलाज के लिए पर्याप्त दवाएं और आईवी तरल पदार्थ रखने के लिए कहा गया है."


पिछले साल के आंकड़े भी चौंका देने वाले
आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल 1 मार्च से 31 जुलाई के बीच, राज्य में हीटस्ट्रोक के 3,191 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए थे और हीटस्ट्रोक के कारण 22 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी. डॉ. दानिश मेमन (नोबल अस्पताल) ने कहा, "गर्मी की शुरुआत (फरवरी के अंत में) होने के कारण हम साल के इस समय में गर्मी से संबंधित अधिक मामले दर्ज कर रहे हैं. अन्यथा, ऐसा मामलों में वृद्धि आमतौर पर अप्रैल के मध्य या मई में दर्ज की जाती है.”


उन्होंने कहा कि तेज बुखार, अत्यधिक थकान, शरीर में दर्द और मतली की शिकायत के साथ अस्पताल आने वाले ज्यादातर मरीज 30-45 आयु वर्ग के थे. इसके साथ ही उन्होंने लोगों को हाइड्रेटेड रहने, लंबे समय तक भूखे न रहने का सुझाव दिया है.


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