Maharashtra News: देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए महाराष्ट्र (Maharashtra) के सांसदों-विधायकों ने आज मतदान करने की तैयारी कर ली है, ऐसे में विपक्षी दलों में क्रॉस वोटिंग की संभावना को लेकर चिंता है. भारत के राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए विधायक और सांसद, निर्वाचक मंडल का हिस्सा होते हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस, महाराष्ट्र में दो मुख्य विपक्षी दल, पहले ही अपने विधायकों के साथ बैठक कर चुके हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में कोई क्रॉस वोटिंग न हो.


विपक्ष इस वजह से है चिंतित


विपक्ष चिंतित है क्योंकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को दावा किया कि मुर्मू को राज्य के 200 विधायकों का समर्थन मिलेगा. उन्होंने कहा, "हम द्रौपदी मुर्मू के लिए 200 विधायकों के वोट हासिल करने का प्रबंधन करेंगे. हम उनके लिए एक बहुत ही आसान जीत चाहते हैं." पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा विपक्ष के उम्मीदवार हैं. विशेष रूप से, पिछले महीने राज्यसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों के दौरान क्रॉस वोटिंग हुई थी. भाजपा के सभी पांच उम्मीदवारों ने 10 सीटों के लिए हुए विधान परिषद चुनाव में जीत हासिल की थी, जबकि अपने स्वयं के नंबरों के साथ भाजपा केवल चार सीटें जीत सकती थी. शिवसेना और राकांपा ने दो-दो सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस केवल एक सीट ही जीत सकी.


कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "अपने वोटों की रक्षा को लेकर एनसीपी और कांग्रेस में कुछ चिंताएं हैं. कांग्रेस को पहले ही विधान परिषद चुनाव में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था, जब उसका एक उम्मीदवार भाजपा के खिलाफ हार गया था. हम नहीं चाहते कि ऐसा दोबारा हो." भाजपा के पास वर्तमान में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 106 विधायक हैं, जिसमें शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के 40 विधायक हैं, इसके अलावा 10 निर्दलीय विधायक हैं जो भाजपा का समर्थन करते हैं.


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बिना क्रॉस वोटिंग ने नहीं सच हो सकता सीएम शिंदे का दावा


एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा, "क्रॉस वोटिंग के बिना, मुर्मू को 200 विधायकों के वोट नहीं मिल सकते, जैसा कि सीएम शिंदे ने दावा किया है. अगर मुर्मू को 200 वोट मिलते हैं, तो यह कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के लिए एक और झटका होगा." उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 15 विधायकों के साथ मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की है. एनसीपी और कांग्रेस के पास क्रमश: 53 और 44 विधायक हैं.


लोकसभा सीटों की महाराष्ट्र में ये है स्थिति


महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में से 23 सांसद भाजपा के, 18 शिवसेना के, चार एनसीपी के और एक कांग्रेस का है. बाकी दो सांसदों में से एक ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) से है और दूसरा निर्दलीय है. राज्य के विभिन्न राजनीतिक दल भी यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में उनके विधायकों और सांसदों द्वारा डाले गए वोटों में से कोई भी वोट अमान्य न हो.


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