Who is Anand Dighe: महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शिवसेना के भीतर एकनाथ शिंदे गुट के पक्ष में फैसला सुनाया. इसके साथ ही, उन्होंने विभिन्न कारणों से दोनों गुटों के विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिससे सभी शिवसेना विधायक पात्र हो गए. इस नतीजे को शिंदे गुट के लिए एक महत्वपूर्ण जीत के रूप में देखा जा रहा है. फैसले के बाद, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जीत का जश्न मनाते हुए ठाणे के टेंभी नाका में आनंद आश्रम का दौरा किया.


क्या चुनाव आयोग ने आसान कर दिया स्पीकर का काम?
पिछले डेढ़ साल से शिंदे गुट के 16 और ठाकरे गुट के 14 विधायक अयोग्यता के दायरे में थे. साथ ही इस बात पर भी भ्रम पैदा हो गया कि आखिर असली शिवसेना कौन है. चुनाव आयोग ने पहले शिंदे गुट को चुनाव चिन्ह और पार्टी का नाम दिया था, जिससे अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को प्रामाणिक शिवसेना का निर्धारण करने का अधिकार मिल गया था.


आनंद आश्रम पहुंचे सीएम एकनाथ शिंदे
निर्णय की घोषणा के समय यवतमाल के दौरे पर रहे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे के आनंद आश्रम में श्रद्धेय गुरु धर्मवीर आनंद दिघे साहेब को सम्मान देते हुए आभार व्यक्त किया. सीएम शिंदे ने सोशल मीडिया पर कहा, 'विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दिए गए फैसले के बाद शिवसेना के 16 विधायक पात्र हो गए हैं और इस बात पर मुहर लग गई है कि शिवसेना पार्टी भी हमारी है. इस निर्णय के बाद आज मैं ठाणे के तेम्भीनाका स्थित आनंद आश्रम गया और पूज्य गुरु धर्मवीर आनंद दिघे साहब की छवि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये. इस अवसर पर विधायक प्रताप सरनाईक, पूर्व विधायक रवींद्र फाटक, शिवसेना महाराष्ट्र के संयोजक और प्रवक्ता नरेश म्हस्के और ठाणे के सभी शिवसेना पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे.'


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