महाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव में महायुति ने शानदार जीत हासिल. वहीं विपक्षी दलों को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा. नगर परिषद और नगर पंचायत के चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. वहीं अब बीजेपी नेता राम कदम में विपक्ष की हार के कारण बताते हुए बड़ा दावा कर दिया है.

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बीजेपी विधायक राम कदम ने कहा कि विपक्ष चुनाव प्रचार पर ध्यान देने के बजाय बार-बार बहाने बना रहा था. उन्होंने कहा, "विपक्ष ने चुनाव टालने की बात की, वोट चोरी का आरोप लगाया, ईवीएम और वोटर लिस्ट से जुड़े मुद्दे उठाए और कई दूसरे बहाने बनाए. ये मुद्दे तभी उठाए गए जब वे हार गए. प्रचार के दौरान विपक्ष शायद ही सड़कों पर निकला. कोई रैली या जमीनी स्तर पर लोगों से संपर्क नहीं किया गया."

'आत्मविश्वास के साथ चुनाव में उतरी थी महायुति'

उन्होंने कहा वहीं महायुति गठबंधन आत्मविश्वास और जीत की सोच के साथ चुनावी लड़ाई में उतरा था. इसी का नतीजा शानदार जीत के रूप में सामने आया. राम कदम ने ये भी कहा कि बीजेपी और उसके सहयोगियों की सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व और पिछले कुछ सालों में पूरे राज्य में किए गए विकास कार्यों को दिया. उन्होंने कहा कि सत्ता में रही सरकार के प्रदर्शन ने पहले विधानसभा चुनावों में और अब स्थानीय निकाय चुनावों में सफलता के लिए एक मजबूत नींव रखी.

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'महाराष्ट्र में किए गए काम से मिली सफलता'

विधायक राम कदम ने आगे कहा, "मुख्यमंत्री फडणवीस के नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में महाराष्ट्र में किए गए काम से विधानसभा चुनावों में जबरदस्त सफलता मिली. इन प्रयासों और उपलब्धियों के कारण हमने विधानसभा में शानदार नतीजे दिए और पहले दिन से ही हम जीत का जज्बा अपने माथे पर लेकर चले."

'सरकारी योजनाओं से लोगों को मिल रहा लाभ'

सरकार के विकास एजेंडे पर जोर देते हुए बीजेपी विधायक ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और कल्याणकारी योजनाओं से सभी वर्गों के लोगों, खासकर किसानों को फायदा हुआ है. सड़कें बन रही हैं और किसानों को बड़े पैमाने पर फायदा मिल रहा है. दूसरी ओर, विपक्ष पहले दिन से ही हारने की सोच के साथ चुनाव में उतरा था.

'सीएम-डिप्टी सीएम प्रचार के लिए सड़कों पर थे'

विधायक राम कदम ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व और गठबंधन सहयोगियों ने सक्रिय रूप से मतदाताओं से संपर्क किया. उन्होंने कहा, "हमारे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री लगातार जमीन पर थे, प्रचार कर रहे थे और बड़ी रैलियां कर रहे थे. हिम्मत, दृढ़ संकल्प और हमारे कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत से हम आत्मविश्वास के साथ चुनावी मैदान में उतरे. इसीलिए हम जीते और विपक्ष को हार का सामना करना पड़ा."