महाराष्ट्र में स्थानीय स्वशासन संस्थाओं के चुनावों में बीजेपी ने इस बार निर्विरोध का पैटर्न अपनाया है. निकाय चुनावों में पार्टी की ओर से कई प्रत्याशियों की बिना विरोध के जीत हुई है. बीजेपी ने चुनावों से पहले कई पूर्व विधायकों और जिलों के बड़े नेताओं को अपने पक्ष में शामिल किया था. एक बार फिर बीजेपी के मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी को निर्विरोध चुन लिया गया है.

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उसके बाद अब नगरपरिषद और नगरपंचायत चुनावों में भी निर्विरोध पैटर्न दिखाई दे रहा है. क्योंकि, सोलापुर जिले की अनगर नगरपंचायत, उसके बाद धुले जिले के दोंडाई और अब जलगांव जिले की जामनेर नगरपालिका में अध्यक्ष पद पर बीजेपी नेताओं की निर्विरोध नियुक्ति होती दिख रही है.

अब बीजेपी के मंत्री की पत्नी ने दर्ज की जीत

खास बात यह है कि तीनों ही उम्मीदवार महिलाएं हैं और इनमें से दो मौजूदा बीजेपी मंत्रियों के परिवार की सदस्य हैं. इस बीच मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी साधना महाजन जामनेर नगरपालिका चुनाव में निर्विरोध चुनी गई हैं. महाविकास आघाड़ी की ज्योत्स्ना विसपुते ने अपना नामांकन वापस ले लिया. उनके नामांकन वापस लेने से साधना महाजन की नगराध्यक्ष पद पर निर्विरोध जीत तय हो गई.

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धुले जिले में भी बीजेपी ने दर्ज की निर्विरोध जीत 

धुले जिले के दोंडाई में बीजेपी नेता तथा मंत्री जयकुमार रावल की मातोश्री नयन कुमार रावल भी निर्विरोध विजयी हुईं. इसके बाद अब जामनेर में गिरीश महाजन की पत्नी साधना महाजन के भी निर्विरोध चुने जाने से बीजेपी में विजय उत्सव मनाया गया.

सोलापुर में पहले ही पार्टी ने हासिल की जीत

इससे पहले, सोलापुर जिले की अनगर नगरपंचायत में बीजेपी नेता, पूर्व विधायक राजन पाटिल की बहू प्राजक्ता पाटिल भी निर्विरोध विजयी हुई थीं. इसलिए राज्य में बीजेपी का निर्विरोध चुनाव पैटर्न कई जिलों में सफल होता नजर आ रहा है.

सीएम फडणवीस के भाई ने दर्ज की निर्विरोध जीत

बता दें कि अमरावती के चिखलदरा नगर पालिका परिषद में भी बीजेपी के नगरसेवक और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कजिन भाई निर्विरोध जीतते दिखे. आल्हाद कलोती ने चिखलदरा से नामांकन दाखिल किया था. इनकी जीत में विधायक रवी राणा ने बड़ी भूमिका निभाई. चुनाव के बाद रवी राणा ने सीधे मुख्यमंत्री फडणवीस को फोन किया.