महाराष्ट्र में सामने आए हनी ट्रैप मामलों को लेकर देवेंद्र फडणवीस सरकार पर विपक्ष ने कई आरोप लगाए. विपक्षी दल के नेताओं का आरोप है कि इस मुद्दे पर सरकारी कार्रवाई न कर रही और न ही मामले को गंभीरता से ले रही है. इस बात से नाराज विपक्षी दलों ने आज (गुरुवार, 17 जुलाई) विधानसभा से वॉकआउट कर दिया.

हनीट्रैप का यह मुद्दा सबसे पहले कांग्रेस नेता नाना पटोले ने उठाया था. उन्होंने इस गंभीर मामले की जांच और ठोस कार्रवाई की मांग की थी. इस पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सरकार को निर्देश दिया था कि इस पर उचित कार्रवाई कर सदन को जवाब दिया जाए.

स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कही कार्रवाई की बातआज एक बार फिर से नाना पटोले ने यह मामला उठाया. एनसीपी नेता जयंत पाटील और शिवसेना (उद्धव गुट) के विधायक भास्कर जाधव ने भी इसका समर्थन किया. इसके बाद अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए कि कल (शुक्रवार, 18 जुलाई) अधिवेशन के समाप्त होने से पहले इस मुद्दे पर कार्रवाई कर सदन को जानकारी दी जाए.

एकनाथ शिंदे ने दिया आश्वासनइस पर उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सहमति जताई और कार्रवाई का आश्वासन भी दिया, लेकिन विपक्ष का कहना है कि सरकार इस संवेदनशील विषय को लेकर ढीलापन दिखा रही है और जनता के साथ न्याय नहीं कर रही. इसी नाराजगी के चलते विपक्षी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया.

नाना पटोले ने लगाए थे ये आरोपकांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र के 72 प्रथम श्रेणी के प्रशासनिक अधिकारी, सिविल सर्विस अधिकारी और पूर्व मंत्री भी हनीट्रैप मामले शामिल हैं. देवेंद्र फडणवीस सराकर में मंत्री योगेश कदम ने नाना पटोले के इन आरोपों को निराधार बताया था और कहा था कि कांग्रेस नेता के पास इसको लेकर कोई सबूत नहीं है. वे केवल मीडिया में चल रही अफवाहों को तथ्य मानते हुए ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जिनका कोई आधार नहीं है. योगेश कदम ने यह भी दावा किया था कि विपक्ष ऐसे आरोप केवल सरकार की छवि धूमिल करने के लिए लगा रहा है.