Elections 2024: महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार (Sharad Pawar) ने यह दावा किया कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के बाद कई क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस के करीब आ जाएंगी, जबकि कुछ पार्टियां कांग्रेस में विलय कर लेंगी. शरद पवार के बयान से आने वाले समय में विरोधी गुट में कुछ दलों के पुनर्गठन के संकेत मिल रहे हैं. 


शरद पवार ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगले दो साल में विभिन्न क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस के साथ और अधिक समन्वय के साथ काम करेंगी. शरद पवार ने भविष्यवाणी की कि इनमें से कुछ क्षेत्रीय दल अपने हितों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी में विलय करेंगे. पवार से पूछा गया कि क्या यही मानदंड उनकी पार्टी एनसीपी शरद चंद्र पवार पार्टी पर भी लागू किया जाएगा. इस पर शरद पवार ने कहा कि मुझे कांग्रेस और एनसीपी में कोई अंतर नहीं दिखता, वैचारिक तौर पर हम गांधी और नेहरू की विचारधारा को मानते हैं.


कांग्रेस में अन्य दलों के विलय पर यह बोले शरद पवार?
शरद पवार ने कहा कि क्षेत्रीय दलों के कांग्रेस में विलय की प्रक्रिया के बारे में मैं अभी कुछ नहीं कह सकता. मैं अपने सहकर्मियों से चर्चा किए बिना कुछ नहीं कहूंगा. वैचारिक रूप से हमारी पार्टी कांग्रेस के करीब है. लेकिन, हमारी पार्टी के संबंध में कोई भी कार्रवाई या रणनीति सामूहिक रूप से ली जाएगी. शरद पवार ने कहा कि हमारे लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ तालमेल बिठाना या उनके विचारों को पचाना मुश्किल है.


शरद पवार के बयान के क्या हैं मायने?
क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर शरद पवार का बयान कई मायनों में अहम माना जा रहा है. शरद पवार ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब समाजवादी पार्टी, आरजेडी, लोजपा, वाईएसआरसीपी, टीडीपी और भारत राष्ट्र समिति जैसी क्षेत्रीय पार्टियां पुरानी पीढ़ी से नई पीढ़ी को नेतृत्व हस्तांतरित कर रही हैं. इन क्षेत्रीय दलों के लिए यह संक्रमण काल ​​है.


जैसे-जैसे परिवर्तन जारी है, कई क्षेत्रीय पार्टी नेता भ्रष्टाचार के आरोपों में उलझे हुए हैं या भाई-भतीजावाद के आरोपी हैं. जिस वजह से इन क्षेत्रीय दलों को अस्तित्व के लिए भारी संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इन पार्टियों को एक बड़ी छतरी के नीचे आने की जरूरत महसूस हो रही है ताकि वे अस्तित्व की लड़ाई लड़ सकें.


उद्धव को लेकर यह बोले एनसीपी एससीपी अध्यक्ष?
शरद पवार ने इस इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना यूबीटी पर भी टिप्पणी की. शरद पवार ने कहा कि साथ मिलकर काम करने के इस प्रस्ताव को लेकर उद्धव ठाकरे भी सकारात्मक हैं. वे समान विचारधारा वाले दलों के साथ काम करने को तैयार हैं. शरद पवार ने कहा, मैंने पिछले कुछ समय से उनके सोचने के तरीके का अनुभव किया है, वे हमारे जैसे ही हैं. 


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