Kunal Kamra Controversy: शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने कुणाल कामरा विवाद में कहा कि अमित शाह ने देश को 'पुलिस स्टेट' बना दिया है, यानी एक ऐसा राज्य जहां पुलिस के दबाव में शासन होता है, लेकिन महाराष्ट्र इसका अपवाद है. महाराष्ट्र में गुंडाराज है और पूरे राज्य को नीलाम करने की कोशिश की जा रही है. कुणाल कामरा ने हमारी भी राजनीतिक व्यंग्यात्मक आलोचना की है.
संजय राउत ने कहा, ''50-60 लोग जाते हैं और स्टूडियो तोड़फोड़ कर देते हैं. यह इस बात का संकेत है कि महाराष्ट्र को एक कमजोर गृह मंत्री मिला है. फडणवीस को गृह मंत्री का पद छोड़ देना चाहिए. एक ब्रॉडकास्ट स्टूडियो को तहस-नहस कर दिया गया और पुलिस क्या कर रही थी? क्या महाराष्ट्र में आपातकाल लागू कर दिया गया है?
एकनाथ शिंदे पर भी हो केस- संजय राउत
उन्होंने आगे तंज भरे लहजे में कहा, '' कुणाल कामरा पर केस क्यों दर्ज किया जाए? फिर तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर भी रोज मामले दर्ज होंगे. अगर ऐसा है, तो एकनाथ शिंदे के विधान परिषद में दिए गए भाषण पर भी मामला दर्ज किया जाएगा.''
नेताओं को सहना चाहिए व्यंग्य- राउत
उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था को बदनाम किया जा रहा है. धमकी देने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए. राजनीति में नेताओं को अपने ऊपर की जाने वाली व्यंग्यात्मक टिप्पणियों को सहन करना चाहिए. अगर फडणवीस को अपनी प्रतिष्ठा बचानी है, तो दंगाइयों पर कार्रवाई करनी होगी. जो हो रहा है, वह विधायिका के अंदर चल रहे घटनाक्रम से भी ज्यादा भयावह है.
राज ठाकरे के आरोपों को गंभीरता से लिया जाए- शिवसेना नेताराज ठाकरे की एक टिप्प्णी पर संजय राउत ने कहा, ''पूरे सदन में खोके (पैसे देकर खरीदे गए नेता) भरे हुए हैं या नहीं, इस पर मैं सहमत नहीं हूं, लेकिन राज ठाकरे जो कह रहे हैं, उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए. उन्होंने मौजूदा राजनीति पर सटीक उंगली रखी है. खोके भाई (बेईमानी से सत्ता में आए नेता) चुनाव आसानी से जीत जाते हैं. सभी खोके भाई मिलकर राज्य में सरकार बना चुके हैं."
'नागपुर हिंसा में दोनों पक्ष पर हो कार्रवाई'
वहीं नागपुर हिंसा को लेकर राउत ने कहा, ''आरोपियों से नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी, ऐसा फडणवीस कहते हैं. क्या इन दंगाइयों से भी भरपाई ली जाएगी या नहीं? महाराष्ट्र की राजधानी में गुंडाराज चल रहा है. गाने में किसी का नाम नहीं लिया गया था. मुंबई पुलिस आयुक्त को इस घटना के लिए ट्रांसफर कर देना चाहिए. पूरा षड्यंत्र डेढ़-दो घंटे पहले से ही तय था, तब पुलिस क्या कर रही थी? उस पुलिस स्टेशन के एसीपी और सीनियर अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.''
नागपुर हिंसा में फहीम खान के मकान पर चले बुलडोजर पर संजय राउत ने कहा, ''दंगे दोनों तरफ से हुए हैं. दंगे की शुरुआत किसने की? वह तुम्हारे ही पार्टी के कार्यकर्ता थे.औरंगजेब की कब्र का मुद्दा किसने उठाया? वह तुम्हारे ही कैबिनेट में मंत्री हैं. क्या कोंकण में बुलडोजर चलाओगे? क्या पुणे में बुलडोजर भेजोगे? तुम्हारे नेताओं की बयानबाजी ने ही यह माहौल बनाया है. कार्रवाई समान रूप से होनी चाहिए.''