Maharashtra News: कस्बा पेठ (Kasba Peth) से नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक रवींद्र धंगेकर (Ravindra Dhangekar) ने शुक्रवार बीमार चल रहे पुणे लोकसभा सांसद और बीजेपी नेता गिरीश बापट (Girish Bapat) से मुलाकात की. धंगेकर ने 26 जनवरी को हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार हेमंत रसाने को 10,950 वोटों से हराकर बीजेपी के गढ़ में जीत दर्ज की थी. इन चुनाव के परिणाम गुरुवार को घोषित किये गए थे.


बोले- बापट ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन


अस्पताल में बापट से मिलने के बाद धंगेकर ने  मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि मैंने बापट के खिलाफ दो बार असफल विधानसभा का चुनाव लड़ा. हमने कभी किसी दुश्मनी के साथ चुनाव नहीं लड़ा. मैं उनसे मिला और उन्होंने मुझे मेरी जीत पर बधाई दी. धंगेकर ने कहा कि बापट मेरे लिए पिता समान है, उन्होंने मुझे हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.


बीजेपी पर जीत के लिए पैसे बांटने का लगाया आरोप


धंगेकर ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उपचुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कस्बा पेठ में पैसे बांटे, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बापट कभी भी इस तरह के कृत्यों में शामिल नहीं हुए, यही कारण है कि लोगों ने कई बार उन्हें जिताया है. गौरतलब है कि बापट ने 1995, 1999, 2004, 2009 और 2014 में कस्बा पेठ से जीत दर्ज की थी.


27 सालों से था कस्बा पेठ पर बीजेपी का राज
बता दें कि महाराष्ट्र की कस्बा पेठ सीट पर पिछले 27 सालों से बीजेपी काबिज थी, लेकिन इस बार कांग्रेस ने उसे छीन लिया. इस सीट पर बीजेपी के हेमंत रसाने और कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर के बीच मुकाबला था. कांग्रेस 1995 के बाद पहली बार इस सीट पर जीती है. एमवीए समर्थित उम्मीदवार की इस सीट पर जीत ने महाविकास अघाड़ी के हौसले बुलंद कर दिये हैं.


चिंचवाड़ में बीजेपी की जीत
हालांकि चिंचवाड़ विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी अपनी सीट बचाने में कामयाब रही है, यहां बीजेपी के पूर्व विधायक लक्ष्मण जगताप की पत्नी अश्विनी जगताप ने एनसीपी नेता नाना काठे को मात दी. बीजेपी ने भले ही यह सीट जीत ली हो लेकिन कस्बा पेठ पर हारना उसके लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.


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