JEE Main 2024 Topper Nilkrishna Gajare: महाराष्ट्र के वाशिम जिले के एक किसान के बेटे नीलकृष्ण गाजरे ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन में अखिल भारतीय रैंक 1 हासिल की है. वाशिम के एक दूरदराज के गांव बेलखेड के रहने वाले नीलकृष्ण ने कड़ी मेहनत से इस मुकाम को पाया है. वो हर दिन परीक्षा की तैयारी के लिए 10 घंटे से अधिक का समय तक पढ़ाई करते हैं. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित जेईई मेन के नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए हैं.


नीलकृष्ण के पिता निर्मल गाजरे ने कहा कि उनके पास अपने बेटे की सफलता पर खुशी व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं. उन्होंने कहा, नीलकृष्ण ने अपनी प्राथमिक स्कूली शिक्षा अकोला के राजेश्वर कॉन्वेंट और वाशिम के करंजा लाड के जेसी हाई स्कूल से की और उस समय वह अपनी चाची के साथ रहते थे. नीलकृष्ण हमेशा एक मेधावी छात्र रहे हैं और खेलों में भी अच्छे थे.






निर्मल गाजरे ने कहा, उन्होंने तीरंदाजी में जिला और राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में भाग लिया. 19 वर्षीय छात्र ज्ञानेश्वर मस्कुजी बुरुंगले साइंस एंड आर्ट्स कॉलेज, शेगांव में अपनी पढ़ाई कर रहा है. रैंक 1 लाने के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी नीलकृष्ण को 'X' पर पोस्ट शुभकामनाएं दी है.


गाजरे ने कहा, नीलकृष्ण सुबह 4 बजे उठते हैं, दो घंटे पढ़ाई करते हैं और प्राणायाम (सांस लेने के व्यायाम) करते हैं और फिर सुबह 8:30 बजे से पढ़ाई शुरू करते हैं और रात 10 बजे तक सो जाते हैं. मैं चाहता था कि वह पढ़ाई और जीवन में अच्छा करे और उसे प्रेरित करता था. मैं चाहता हूं कि वह वह सब हासिल करे जो मैं कभी नहीं कर सका.


उन्होंने कहा, नीलकृष्ण आईआईटी बॉम्बे में पढ़ना चाहते हैं और वैज्ञानिक बनने की दिशा में काम करेंगे. अपने सपने को हासिल करने के लिए एक बाधा पर विजय प्राप्त करने के बाद, नीलकृष्ण शेगांव में जेईई-एडवांस्ड की तैयारी कर रहे हैं, जो अगले महीने आयोजित की जाएगी.


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