Maharashtra NCP Political Crisis: जयंत पाटिल ने कहा, कांग्रेस, शिवसेना और हम ने नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर चर्चा की है. अगर एनसीपी के विधायकों की संख्या कम हुई तो नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी कांग्रेस को मिल जाएगी. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने जानकारी दी है कि सत्र शुरू होने के बाद विपक्ष के नेता पद पर फैसला लिया जाएगा. वह यशवंतराव चव्हाण केंद्र में मीडिया से बात कर रहे थे जब उन्होंने ये जानकारी दी.


किसके पास कितने विधायक?
NCP के पास मौजूदा विधायकों की संख्या क्या है? इस सवाल पर जयंत पाटिल ने कहा, ''हमारे पास 19 से 20 विधायक हैं. कई विधायक दोनों पक्ष होने का दिखावा कर रहे हैं. सभी विधायक की मानसिकता शरद पवार के साथ रहने की थी और है.” क्या कांग्रेस से नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर चर्चा हुई? पूछे जाने पर जयंत पाटिल ने कहा, ''मैंने अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट से चर्चा की है. वह कांग्रेस के वरिष्ठजनों से चर्चा करेंगे. नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा.''


क्या बोले जयंत पाटिल?
जयंत पाटिल ने कहा, ''जिस पार्टी के पास ज्यादा विधायक हों, उसके समर्थन के बिना विपक्षी नेता कैसे काम करेंगे? जो लोग हमें छोड़कर चले गए, वे यह नहीं कहते कि वे अलग हो गए. विपक्षी नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है. कागज पर हमारी पार्टी सबसे बड़ी है. लेकिन, हममें से 9 लोगों ने मंत्रपद की शपथ ली है.' इसलिए हमें विपक्षी दलों के साथ चर्चा करनी होगी.” अजित पवार के एनसीपी में बगावत के बाद ज्यादातर विधायकों ने शरद पवार का साथ छोड़ दिया है. एनसीपी के ज्यादातर विधायक NDA में शामिल हो गए हैं. महाराष्ट्र के मंत्रिमडल विस्तार में अजित पवार वित्त मंत्रालय दिया है जिसकी उन्होंने शुरू से मांग की थी.


ये भी पढ़ें: Monsoon Session: महाराष्ट्र में आज से शुरू हो रहा है विधानमंडल का मानसून सत्र, विपक्ष की इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी