ISIS Terror Conspiracy Case: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए महाराष्ट्र और कर्नाटक के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की और उसके एक मॉड्यूल के 15 सदस्यों को गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. आतंकवाद रोधी संघीय एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में आईएसआईएस मॉड्यूल (ISIS Module) का नेता भी शामिल है, जो नए भर्ती लोगों को ‘बयाथ’ (संगठन के प्रति निष्ठा की शपथ) दिलाता था.


महाराष्ट्र के कई जगहों पर NIA की रेड
अधिकारी ने बताया कि एनआईए की कई टीम ने महाराष्ट्र के पडघा- बोरिवली, ठाणे, मीरा रोड और पुणे तथा कर्नाटक के बेंगलुरु में शनिवार सुबह 44 स्थानों पर छापेमारी की और 15 लोगों को कथित तौर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और प्रतिबंधित संगठन की आतंक से संबंधित गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया.


ये चीजें हुई बरामद
प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में बेनामी नकदी, आग्नेयास्त्र, धारदार हथियार, अपराध में संलिप्तता इंगित करने वाले दस्तावेज,स्मार्ट फोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं. उन्होंने बताया कि यह छापेमारी एनआईए द्वारा इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक ऐंड सीरिया (आईएसआईएस)को खत्म करने के प्रयासों के तहत किया गया. आईएसआईएस को इस्लामिक स्टेट के नाम से भी जाना जाता है और यह आतंकवाद और बेगुनाहों की जान लेने वाली घटनाओं में संलिप्त रहा है.


सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का था लक्ष्य
अधिकारी ने कहा कि आरोपी, अपने विदेशी आकाओं के निर्देशों पर काम करते हुए, आईएसआईएस के हिंसक और विनाशकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए  विस्फोटक उपकरणों के निर्माण सहित विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे. प्रवक्ता ने बताया, ‘‘जांच से पता चला है कि आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के सभी सदस्य, पडघा-बोरीवली से काम कर रहे थे, जहां उन्होंने पूरे भारत में आतंक फैलाने और हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची थी.’’ उन्होंने बताया, ‘‘आरोपियों ने हिंसक जिहाद, खिलाफत, आईएसआईएस आदि का रास्ता अपनाते हुए देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का लक्ष्य तय कर रखा था.’’ 


जांच में हुआ बड़ा खुलासा
अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आरोपियों ने ग्रामीण ठाणे के पडघा गांव को ‘मुक्त क्षेत्र’ और ‘अल शाम’ के रूप में घोषित किया था. प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी पडघा आधार को मजबूत करने के लिए प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को अपना घर छोड़ने के लिए उकसा रहे थे.अधिकारी ने कहा कि मुख्य आरोपी और आईएसआईएस मॉड्यूल का नेता साकिब नाचन प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने वाले युवाओं को ‘बायथ’ (आईएसआईएस के खलीफा के प्रति निष्ठा की शपथ) भी दिला रहा था. प्रवक्ता ने कहा कि आईएसआईएस देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय आईएसआईएस मॉड्यूल और प्रकोष्ठ स्थापित करके भारत में अपना आतंकी नेटवर्क फैला रहा है.


उन्होंने कहा कि एजेंसी ने इस साल की शुरुआत में आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के खिलाफ मामला दर्ज किया था और तब से देश भर में सक्रिय विभिन्न आईएसआईएस मॉड्यूल और नेटवर्क को नष्ट करने के लिए मजबूत और ठोस कार्रवाई की है.


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