महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के मुर्शिदाबाद में 'बाबरी मस्जिद' बनाने वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मस्जिद बनाना ठीक है, लेकिन 'बाबरी मस्जिद' ही बनानी चाहिए ऐसा क्या है? मैं इसके विरोध में हूं. जो विवाद पहले ही सुलझ चुका है, उसे जानबूझकर वोट के लिए फिर से उखाड़ना बिल्कुल गलत बात है. मुसलमानों के जज्बात को इस तरह से भड़काने की जरूरत नहीं है. ये मत कीजिए. मेरा बाबर से नहीं, शिवाजी महाराज से संबंध है.

Continues below advertisement

कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने आगे कहा, ''मेरा और बाबर का क्या संबंध है. मेरा अगर किसी से संबंध है तो वो शिवाजी महाराज से है क्योंकि मेरे पुरखों को उन्होंने बड़ा सम्मान दिया है. बाबर ने कहां हमें सम्मान दिया है? 

'बाबर के नाम पर मस्जिद बनाने की क्या जरूरत'

उन्होंने ये भी कहा, ''बाबर की बात तो हो गई न. एक मस्जिद थी, जिसे इनलोगों ने तोड़ा वो गलत बात है. जहां बाबरी मस्जिद थी, उसी के नजदीक एक दूसरी मस्जिद बन रही है. अब मुर्शिदाबाद में बाबर के नाम पर मस्जिद बनाने की क्या जरूरत है. मेरे ख्याल से इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए. जज्बात की बात नहीं करनी चाहिए. हमेशा मुसलमानों को उकसाना गलत बात है."

टीएमसी नेता हुमायूं कबीर ने क्या कहा?

बता दें कि टीएमसी के विधायक हुमायूं कबीर के बाबरी मस्जिद बनाने के ऐलान वाले बयान से सियासी बवाल खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखी जाएगी. 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की 33वीं वर्षगांठ है. उन्होंने कहा कि बेलडांगा में समारोह आयोजित होगा और मुस्लिम समाज से कई नेता इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.

न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में हुमायूं कबीर ने कहा, "हम 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखेंगे. इसे पूरा होने में 3 साल लगेंगे.'' उधर, टीएमसी नेता के इस बयान को लेकर बीजेपी भी हमलावर है.