Ganpati Visarjan 2022 Live: अनंत चतुर्दशी आज, मुंबई से लेकर पुणे तक गणपति विसर्जन में उमड़ी भक्तों की भीड़
Anant Chaturdashi Ganpati Visarjan 2022 Live: देशभर में आज अनंत चतुर्दशी पर गणपति बप्पा का विसर्जन किया जा रहा है. मुंबई में खासतौर पर बप्पा के विसर्जन की तैयारियां की गई हैं.
10 दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत 31 अगस्त को हुई थी. अनंत चतुर्दशी के मौके पर भगवान गणेश की मूर्तियों को जुलूस निकालते हुए पास के जल निकायों तक ले जाया जा रहा और वहां उन्हें विसर्जित किया जा रहा है.
महाराष्ट्र में 10 दिवसीय गणेशोत्सव के शुक्रवार को सम्पन्न होने के साथ ही शहर में विभिन्न जगह स्थापित की गईं भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन किया गया.अधिकारियों ने इसके लिए मुंबई तथा राज्य के विभिन्न हिस्सों में विशेष व्यवस्था की है.
महाराष्ट्र के पुणे में गणेश उत्सव के समापन कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान गणपति प्रतिमा के विसर्जन में उल्लास के साथ हिस्सा लिया. इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु बप्पा को विदाई देने पहुंचे.
मुंबई के चा राजा गणेश गली में गणपति प्रतिमा विसर्जन की रौनक देखते ही बन रही है. यहां हजारों की संख्या भक्तों ने गणेश प्रतिमा विसर्जन से पहले जुलूस में हिस्सा लिया. लोग गाते-बजाते बप्पा को विदाई दे रहे हैं.
बता दें कि हाई टाइड के दौरान समुद्र में गणपति विसर्जन नही होता क्योंकि मूर्तिया पानी के बाहर आ जाती है. इन सबके बीच मुंबई में बप्पा के विसर्जन की शुरुआत आज 12 बजे से बड़े स्तर पर हो जाएगी.
मुंबई में आज गणेश विसर्जन किया जा रहा है वहीं समुद्र में हाई टाइड की शुरुआत हो गई है. सुबह 11 बजकर 19 मिनट पर 4.5 मीटर का हाई टाइड है . इसके बाद आज रात 11 बजकर 25 मिनट पर 4.2 मीटर का हाई टाइड है.
गणपति की अंतिम पूजा में जो भी सामग्री जैसे पान, सुपारी, पान, मोदक, दूर्वा, नारियल उन्हें अर्पित किया है उसे भी प्रतिमा के साथ विसर्जित करें. अक्सर लोग नारियल फोड़ देते हैं शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना अनुचित है. मान्यता है कि 10 दिन तक गणपति पूजा में रखा ये नारियल घर की नकारात्मक शक्तियों को अपने में समाहित कर लेता है. ऐसे में इसे विसर्जित करना चाहिए.
9 सितंबर 2022 (Anant Chaturdarshi 2022 date) को सुबह 06.03 मिनट से 10.44 मिनट तक गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त है
शाम को 5 बजे से 6.30 मिनट (Ganesh visarjan muhurat 2022) तक गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त है.
गणेश विसर्जन से पहले बप्पा की विधि वत पूजा करें. उन्हें धूप, दीप, फूल, दूर्वा, नैवेद्य अर्पित करें. अब नदी, तालाब के तट पर विसर्जन से पूर्व उनकी पुन: आरती करें. इन 10 दिनों में भूल चूक के लिए माफी मांगे. विसर्जन शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए.
31 अगस्त 2022 गणेश चतुर्थी से शुरू हुए गणपति उत्सव का 9 सितंबर 2022 अनंत चतुर्दशी पर समापन हो जाएगा. 10 दिन तक देशभर में गणेश महोत्सव की धूम रही. आज अनंत चतुर्दशी पर शुभ मुहूर्त बप्पा का विसर्जन किया जाएगा.
बैकग्राउंड
Ganesh Visarjan 2022: रिद्धि सिद्धि के दाता भगवान गणेश का विसर्जन 9 सितंबर 2022 को अनंत चतुर्दशी यानी आज किया जाएगा. अनंत चतुर्दशी 10 दिनों तक चलने वाले गणपति उत्सव का अंतिम दिन होता है. इस दिन ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से गौरी पुत्र गणेश को विदाई दी जाती है. शुभ मुहूर्त में गजानन को विधि पूर्वक जल में विसर्जित किया जाता है. जिस तरह गणेश चतुर्थी पर बप्पा की स्थापना के लिए पूजा पाठ की जाती है उसी प्रकार विसर्जन भी विधि विधान से करना चाहिएत तभी पूजा का पूर्ण फल मिलता है.
मुंबई में भव्य तरीक से हो रहा गणेश विसर्जन
महाराष्ट्र में खासतौर पर मुंबई में गणेश चतुर्थी का त्योहार बिना कोविड-19 प्रतिबंधों के काफी धूमधाम के साथ मनाया गया है. मुंबई में जगह-जगह बप्पा के पंडाल सजाए गए थे. वहीं आज गणेश विसर्जन किया जा रहा है.गणपति विसर्जन के लिए, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) ने प्रमुख स्थानों से मेट्रो बैरिकेड्स हटा दिए हैं, खासकर प्रमुख गणपति मंडलों के मार्गों से बैरिकेड्स हटाए गए हैं.
मुंबई पुलिस ने गणेश विसर्जन के लिए जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी
मुंबई में गणेश विसर्जन के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक मुंबई में यातायात प्रतिबंध रहेगा. कुल मिलाकर, 74 सड़कें मोटर वाहन यातायात के लिए बंद की गई हैं. 54 सड़कों पर वाहनों को केवल एक तरफ जाने की अनुमति दी गई है. वहीं 57 सड़कों पर भारी वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है. पूरे शहर में 114 स्थानों पर पार्किंग प्रतिबंध लगाए गए हैं. मुंबई पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी के साथ विसर्जन मार्ग भी जारी कर दिया है. भक्तों, साथ ही शहर के यात्रियों को इसका पालन करने की सलाह दी गई है
क्यों जल में करते हैं गणपति विसर्जन ?
जल पांच तत्वो में से एक है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश प्रतिमा का जल में विसर्जन करने से गणपति जी पंच तत्वों में सामहित होकर अपने मूल स्वरूप में आ जाता है. जल में विसर्जन होने से भगवान गणेश का साकार रूप निराकार हो जाता है.
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