Maharashtra Politics: शिवसेना के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की रविवार (30 जून) को अहम बैठक हुई. इसमें एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्य नेता चुना गया. इस दौरान पार्टी के सभी विधायक, मंत्री और नेतागण मौजूद थे. इस मौके पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने संबोधित करते हुए कहा कि मेरे लिए पद नहीं, कार्यकर्ता सबसे ऊपर है.
एकनाथ शिंदे ने कहा, “मुझे कौन-सा पद देना है, इस पर पदाधिकारियों में अभी एकमत नहीं है. जब तक यह स्पष्ट नहीं होता, तब तक मुख्य नेता के रूप में ही मैं काम करता रहूंगा. मेरे लिए कार्यकर्ता और प्यारा भाई. यही सबसे बड़ा पद है.''
'पद आते-जाते रहते हैं, लेकिन पहचान बची रहनी चाहिए'
उन्होंने ये भी कहा, ''पद आते-जाते रहते हैं, लेकिन नाम और पहचान बची रहनी चाहिए और मैं वही निभा रहा हूं. शिवसेना में 'पक्ष प्रमुख' पद की मांग को लेकर ज़ोरदार समर्थन मिल रहा है. कुछ पदाधिकारी 'राष्ट्रीय प्रमुख' पद का सुझाव भी दे रहे हैं. इस पर अगली बैठक में अंतिम निर्णय होगा.''
शिंदे का दो टूक संदेश
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना के मुख्य नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी के विधायकों को सख्त शब्दों में चेतावनी दी है. उन्होंने कहा,“आपका एक गलत बयान पार्टी के लिए संकट खड़ा कर सकता है. हमने जो ऐतिहासिक सफलता पाई है, वह आपके गलत बोलने से बर्बाद न हो जाए.”
नेताओं और जनप्रतिनिधियों को स्पष्ट निर्देश
- कम बोलो, ज़्यादा काम करो – यही हमारी कार्यसंस्कृति है
- विरोधियों को बेनकाब करते हुए खुद को न उजागर करें
- आपके शब्दों से पार्टी की छवि बनती है या बिगड़ती है– इस जिम्मेदारी को समझें
- अनुशासन के खिलाफ कोई भी काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
- आपके किए गए कार्यों की गूंज मीडिया में ब्रेकिंग न्यूज़ बननी चाहिए
'मराठी भाषा और अस्मिता के लिए अडिग'
एकनाथ शिंदे ने कहा कि मराठी भाषा और मराठी मानुष के हित में कोई भी समझौता स्वीकार नहीं है. उन्होंने मराठी समाज के विकास के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया.
- मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा हमारी सरकार ने दिलाया
- विश्व मराठी साहित्य संमेलन और मराठी भाषा भवन की संकल्पना कार्यान्वित की जा रही है
- मुंबई से बाहर बसे मराठी जन को वापस जोड़ने के प्रयास तेज़ किए जा रहे हैं
- वचनबद्धता ही हमारी ताकत है और इसी के चलते जनता का विश्वास कायम है
'पार्टी में लोकतांत्रिक चुनाव प्रणाली'
एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना अब संगठनात्मक स्तर पर पूर्ण लोकतंत्र की दिशा में अग्रसर है. उन्होंने कहा, ''शाखा प्रमुख से लेकर मुख्य नेता तक हर पद के लिए चुनाव होंगे. सक्रिय सदस्य ही मतदाता होंगे. मतदान प्रक्रिया डिजिटल (ऑनलाइन) और प्रत्यक्ष प्रणाली के माध्यम से 7 चरणों में होगी. कोई नेतृत्व थोपा नहीं जाएगा, हर निर्णय पारदर्शक और निष्पक्ष होगा. मैं खुद मुख्य नेता होकर भी इस प्रक्रिया में समान रूप से भाग लूंगा. लोकतंत्र में सभी समान हैं.”
स्थानीय चुनावों के लिए तैयारी का आह्वान
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने पार्टी के पदाधिकारियों से स्पष्ट कहा कि स्थानिक स्वराज्य संस्था चुनाव में एकजुट होकर काम करें. जीतने की क्षमता रखने वाला सही उम्मीदवार ही आगे लाएं. ज़्यादा से ज़्यादा मतदाताओं का पंजीकरण कराएं. शाखा हमारी आत्मा है – इसे बालासाहेब, दिघे साहेब ने मजबूत किया है. कंटेनर शाखा की संकल्पना को विभिन्न स्थानों पर लागू करें. नेता बनने से पहले कार्यकर्ता बनो और यही शिवसेना की परंपरा है.एक व्यक्ति से पार्टी नहीं बनती. कार्यकर्ता को आगे लाना ही असली नेतृत्व है.”