महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार (7 अगस्त) को अपने धुर विरोधी उद्धव ठाकरे पर बड़ा निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे उस कांग्रेस का समर्थन करते हैं, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे का अपमान किया. एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का मताधिकार ‘छीनने’ वाले पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एमएस गिल को कांग्रेस ने ‘पुरस्कृत’ किया था.

उद्धव ठाकरे ने एक समय में एकनाथ शिंदे को 'देशद्रोही' करार दिया था. इसकी आलोचना करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह उद्धव ठाकरे थे जिन्होंने बाल ठाकरे के हिंदुत्व आदर्शों के साथ समझौता किया था.

'उस नेता के आवास पर गए जिसने बाल ठाकरे के अपमान किया'पीटीआई भाषा से बातचीत में एकनाथ शिंदे ने राहुल गांधी के आवास पर डिनर का जिक्र किया. डिनर में शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे के शामिल हुए थे. इसपर एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘‘यह आश्चर्यजनक है कि वह उस पार्टी के नेता के आवास पर जा रहे हैं जिसने शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का मताधिकार छीनने वाले व्यक्ति को पुरस्कृत किया.’’

शिंदे ने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त गिल को संप्रग सरकार में मंत्री पद देकर ‘पुरस्कृत’ किया, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे को मताधिकार से वंचित किया था.

उद्धव ठाकरे के सामने रखे कई सवालउद्धव पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘आप उन लोगों से मिल रहे हैं जिन्होंने बालासाहेब का अपमान किया, आप उन लोगों से मिल रहे हैं जिन्होंने सावरकर का अपमान किया, जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सशस्त्र बलों की वीरता पर सवाल उठाए.’’

उन्होंने ठाकरे के ‘गद्दार’ वाले बयान पर एकनाथ शिंदेउप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उद्धव ठाकरे ही थे, जिन्होंने 2019 के महाराष्ट्र चुनाव में लोगों के जनादेश को धोखा दिया और कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिला लिया. उन्होंने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे द्वारा इस्तेमाल किया गया शब्द उनके लिए बिलकुल सही है. 2019 में महाराष्ट्र ने शिवसेना-बीजेपी को सरकार बनाने का जनादेश दिया था. उन्होंने किसके साथ गठबंधन किया? कांग्रेस के साथ, सिर्फ स्वार्थ के लिए, मुख्यमंत्री की कुर्सी हथियाने के लिए. वह मेरे लिए जिस शब्द का इस्तेमाल करते हैं - विश्वासघाती, गद्दार - वह बिलकुल उन पर लागू होता है.’’

'उद्धव ठाकरे को विपक्ष का नेता बनने के लिए भी वोट नहीं मिले'एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने 2024 के विधानसभा चुनाव में असली गद्दारों को सबक सिखाया. एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘‘उन्हें विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता पाने के लिए भी जनादेश नहीं मिला. महाराष्ट्र की जनता ने चुनाव परिणामों के माध्यम से राज्य के असली गद्दारों पर मुहर लगा दी है.’’