महाराष्ट्र में विपक्ष द्वारा किए गए सत्य मार्च पर राज्य सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 1 नवंबर को कहा कि विपक्ष चाहे जितने भी विरोध मार्च निकाल ले, लेकिन राज्य की जनता आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का ही समर्थन करेगी. 

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यह बयान उन्होंने पंढरपुर में दिया, जहां वे विट्ठल मंदिर में ‘कार्तिकी एकादशी’ की पूजा करने पहुंचे थे. शिंदे की यह प्रतिक्रिया विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के ‘सत्याचा मोर्चा’ के एक दिन बाद आई है, जो दक्षिण मुंबई में मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं के खिलाफ निकाला गया था.

विकास एजेंडे के आधार पर वोट देगी जनता- एकनाथ शिंदे

शिंदे ने कहा कि महायुति सरकार को जनता उसके काम और विकास एजेंडे के आधार पर वोट देगी. उन्होंने कहा कि “लोग काम को महत्व देते हैं और हमारा एजेंडा स्पष्ट है- विकास.” शिंदे के अनुसार, यही वजह है कि महायुति को राज्य विधानसभा चुनावों में भी भारी समर्थन मिला था और आगे भी जनता वही भरोसा दिखाएगी. उन्होंने विपक्ष के आंदोलनों को सिर्फ राजनीतिक दिखावा करार दिया और कहा कि विरोध मार्च से सरकार की लोकप्रियता पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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किसानों के साथ खड़ी है सरकार- एकनाथ शिंदे

शिंदे ने बताया कि राज्य सरकार ने हाल ही में बारिश से प्रभावित किसानों के लिए करीब 32,000 करोड़ रुपये का राहत पैकेज घोषित किया है. उन्होंने कहा कि यह राशि दिवाली के दौरान किसानों के खातों में अंतरित कर दी गई, ताकि वे त्योहार से पहले कुछ राहत महसूस कर सकें. उपमुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कृषि ऋण माफी पर विचार करने के लिए गठित समिति अगले साल अप्रैल के पहले हफ्ते तक अपनी सिफारिशें सौंपेगी, जिसके बाद 30 जून तक अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

विपक्ष के मार्च से नहीं पड़ेगा असर- एकनाथ शिंदे

शिंदे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “विरोध और मार्च से लोगों की राय नहीं बदलती, जनता काम देखती है.” उन्होंने कहा कि महायुति सरकार ने हर वर्ग के हित के लिए योजनाएं चलाई हैं और विकास को प्राथमिकता दी है. उपमुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि स्थानीय निकाय चुनावों में जनता फिर से महायुति को समर्थन देकर यह साबित करेगी कि राज्य की राजनीति अब विकास के मुद्दों पर ही आगे बढ़ेगी.