Supriya Sule on parliament : भारत की पुरानी संसद भवन में कामकाज का कल यानि 18 सितंबर को आखिरी दिन था.भारतीय संसद की 75 साल की प्रगति यात्रा की चर्चा में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले भी शामिल हुईं. इस दौरान सुले ने भाषण देते हुए कहा 'मैं उन दो लोगों को रिकॉर्ड पर रखना चाहूंगी जिनका आज बीजेपी ने उल्लेख नहीं किया है, मेरे संसदीय कार्य में मैं उनसे काफी प्रभावित हूं, जो बीजेपी के हैं, लेकिन मुझे अब भी लगता है कि वे सबसे बड़े नेताओं में से एक थे और असाधारण सांसद थे, जिनका हम आदर करते थे, और वे हैं - सुषमा स्वराज और अरुण जेटली. वे लगातार सहकारी संघवाद की बात करते थे. यह इस तरफ या उस तरफ की बात नहीं है, अच्छे काम को स्थापित करना होगा.
 


पीएम मोदी के भाषण का किया जिक्र
भारतीय संसद की 75 साल की प्रगति यात्रा पर बोलते हुए उन्होंने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का किया. एनसीपी सांसद सुले ने कहा कि चाहे वह इंडिया हो या भारत, कई लोगों ने इसके विकास में योगदान दिया है. उन्होंने कहा, 'मैं आज प्रधानमंत्री के भाषण की सराहना करती हूं जहां उन्होंने सराहना की कि शासन निरंतरता है. इस देश को बनाने में पिछले सात दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है जिसे हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं. चाहे आप इसे इंडिया कहें या भारत, यह आपका अपना देश है. हम सभी यहीं पैदा हुए हैं, हम सभी यहां आकर धन्य हैं.'


अरुण जेटली, सुषमा स्वराज से हुई प्रभावित: सुले
कार्यक्रम में बोलते हुए एनसीपी सांसद सुले ने अपने भाषण के दौरान कहा कि, वह अपने संसदीय कैरियर में अरुण जेटली और सुषमा स्वराज से काफी प्रभावित हुई हैं. सुले कहा कि दिवंगत बीजेपी नेता अरुण जेटली और सुषमा स्वराज दो राजनीतिक हस्तियां थीं. जिन्होंने उनके जीवन में गहरा प्रभाव डाला है.उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वे सबसे बड़े नेताओं में से एक थे और असाधारण सांसद थे. इस दौरान वे भावुक भी हो गईं.


पीएम मोदी के भाषण को सराहा
सुप्रिया सुले ने अपने संबोधन में कहा कि, "मैं आज प्रधानमंत्री के भाषण की सराहना करती हूं जहां उन्होंने सराहना की कि शासन निरंतरता है. इस देश को बनाने में पिछले सात दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है जिसे हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं. चाहे आप इसे इंडिया कहें या भारत, यह आपका अपना देश है. हम सभी यहीं पैदा हुए हैं, हम सभी यहां आकर धन्य हैं.' सुबह सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों के सदस्यों के संयुक्त फोटो सत्र के बाद मंगलवार से विशेष सत्र की संसदीय कार्यवाही नए संसद भवन से फिर से शुरू होने जा रही है. सोमवार को पुराने संसद भवन में कामकाज का आखिरी दिन था. 


ये भी पढ़ें: Delhi News: दिल्ली में एमसीडी के अस्पतालों का होगा कायाकल्प, महापौर शैली ओबेरॉय ने दी अहम जानकारी