महाराष्ट्र में चक्रवात 'शक्ति' के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग (IMD) ने 3 से 7 अक्टूबर 2025 तक के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. इस चक्रवात की तीव्रता उच्च से मध्यम स्तर की होगी. यह तटीय जिलों के साथ-साथ विदर्भ, मराठवाड़ा और कोकण क्षेत्रों में भारी तबाही मचा सकता है.
मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगड, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जैसे तटीय जिलों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने और आपदा प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है.
तेज हवाओं का खतरा
मौसम विभाग की ताजा एडवाइजरी के मुताबिक, 3 से 5 अक्टूबर के बीच उत्तर महाराष्ट्र के तटों पर 45-55 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जो कुछ जगहों पर 65 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं. चक्रवात के रास्ते और तीव्रता के आधार पर हवाओं की गति और बढ़ने की आशंका है. प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.
चक्रवात 'शक्ति' की वजह से उत्तर महाराष्ट्र के तटों पर 5 अक्टूबर तक समुद्र की स्थिति उथल-पुथल वाली रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने मछुआरों को इस दौरान समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी है. समुद्र में ऊंची लहरें उठने की वजह से तटीय क्षेत्रों में खतरा बढ़ सकता है. मछुआरों और तटीय गांवों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है.
भारी बारिश की संभावना
चक्रवात 'शक्ति' के प्रभाव से महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है. खास तौर पर पूर्वी विदर्भ, मराठवाड़ा के कुछ हिस्से और उत्तर कोकण के इलाकों में तेज बारिश होने की आशंका है. इस बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है. नदियों और नालों के उफान पर आने की भी संभावना है.
प्रशासन ने कसी कमर
महाराष्ट्र सरकार और प्रशासन ने चक्रवात 'शक्ति' से निपटने के लिए कमर कस ली है. आपदा प्रबंधन प्रोटोकॉल को सक्रिय कर दिया गया है और तटीय व निचले इलाकों के लिए निकासी योजनाओं की समीक्षा की जा रही है. आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है, स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है.