केंद्र की मोदी सरकार ने महाराष्ट्र को बड़ा तोहफा दिया है. मोदी कैबिनेट ने रेलवे को लेकर ऐलान किया है. छत्रपति संभाजीनगर से परभणी तक रेलवे लाइन का दोहरीकरण किया जाएगा. इसपर 2,179 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं मध्य प्रदेश के इटारसी से लेकर नागपुर तक चौथी रेलवे लाइन को मंजूरी दी गई है. इसपर 5,451 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
छत्रपति संभाजीनगर से परभणी रेलवे लाइन
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मराठवाड़ा की कनेक्टिविटी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. छत्रपति संभाजीनगर से लेकर परभणी तक 177 किलोमीटर की सिंगल लाइन है. उसकी डबलिंग का काम होगा. इस इलाके में कई इंडस्ट्री हैं. मराठवाड़ा में इंडस्ट्रियल ग्रोथ की जरूरत है. कई छोटे उद्योग हैं, जिनका पोर्ट से कनेक्टिविटी चाहिए. इससे मदद मिलेगी. संभाजीनगर इंडस्ट्रियल सिटी को भी सपोर्ट मिलेगा. इस लाइन में 28 मेजर ब्रिज है. 161 छोटे ब्रिज हैं. 14 मिलियन टन कार्गो इससे ले जाया जा सकता है. 1,714 लॉजिस्टिक कॉस्ट बचेंगे.
इटारसी से नागपुर रेलवे लाइन
रेल मंत्री ने कहा कि दिल्ली से चेन्नई और मुंबई से हावड़ा का हाई डेंसिटी नेटवर्क है. इन दोनों नेटवर्क के इंटरसेक्शन के प्वाइंट पर इटारसी से नागपुर का सेक्शन आता है. यहां कैपसिटी बढ़ानी है. इस सेक्शन से काफी गाड़ियां गुजरती है. इटारसे से नागपुर के बीच में डबल लाइन है. थर्ड लाइन का काम चल रहा है और अब चौथे लाइन की मंजूरी दी गई है. इससे और ट्रैफिक फ्लो होगा.
इटारसी से नागपुर के बीच 297 किलोमीटर का रूट है. 31 स्टेशन हैं और 36 बड़े और 415 छोटे ब्रिज हैं. ये लाइन मध्य प्रदेश में महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंगों को आंध्र प्रदेश में श्रीशैलम ज्योतिर्लिंग और तमिलनाडु में रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग से जोड़ेगा.