Buldhana News: महाराष्ट्र के बुलढाणा (Buldhana) में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल उस वक्त खुल गई जब एक धार्मिक कार्यक्रम में प्रसाद खाने के बाद कई लोग फुड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए और जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो वहां बेड कम पड़ गए. ऐसे में लोगों का अस्पताल के बाहर इलाज करना पड़ा. हैरानी की बात यह थी जगह के अभाव में मरीजों को नीचे ही बिस्तर लगाकर लिटाना पड़ा और फिर पेड़ के सहारे एक लंबी रस्सी बांधी गई और फिर उस पर स्लाइन की बॉटल टांगी गई. घटना की तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसमें एक रस्सी पर कई स्लाइन बॉटल (Saline Bottles) लटकी हुई है. 


बताया जा रहा है कि अस्पताल में डॉक्टर तक उपलब्ध नहीं थे. ऐसे में प्राइवेट डॉक्टर को इलाज के लिए बुलाना पड़ा. यह घटना बुलढाणा जिले के लोनार में एक धार्मिक कार्यक्रम में हुई है. जहां प्रसाद खाने के बाद लगभग 200 लोग बीमार हो गए. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. लोगों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया. इनमें से 30 की हालत गंभीर बताई गई है. बताया जा रहा है कि प्रसाद खाने के बाद अचानक से लोग बीमार पड़ने लगे. उन्हें उल्टियां आने लगीं और वे बेहोश होकर गिरने लगे. 


प्रसाद का नमूना लेकर हो रही है जांच
उधर,  बुलढाणा डीएम किरण पाटिल ने बताया कि यह घटना लोनार तालुका के सोमथाना गांव में धार्मिक आयोजन 'हरिनाम सप्ताह' के दौरान मंगलवार रात को हुई. उन्होंने कहा, ''समारोह के दौरान प्रसाद खाने के बाद लगभग 200 ग्रामीणों ने जी मिचलाने और उल्टी की शिकायत की.''  उन्होंने कहा,  ''142 मरीजों को बीबी के ग्रामीण अस्पताल में, 20 अन्य को लोनार में और 35 मरीजों को मेहकार के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.'' पाटिल ने कहा कि सभी मरीजों की हालत स्थिर है और उनमें से ज्यादातर को बुधवार को छुट्टी दे दी गई है. उन्होंने कहा कि आपात स्थिति पैदा होने पर गांव में एम्बुलेंस और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ डॉक्टरों के दस्ते को भी तैनात किया गया है. जिलाधिकारी ने कहा, ''प्रसाद के नमूने विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं और मामले की जांच की जाएगी.'' 


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