Maharashtra News: जी-20 बैठक से पहले मुंबई में धूल से होने वाले प्रदूषण को गंभीरता से लेते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने रविवार को प्रदूषण नियंत्रण उपायों की निगरानी और उसे सख्ती से लागू करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया. बीएमसी आयुक्त आईएस चहल ने कहा कि अतिरिक्त नगर आयुक्त, पश्चिमी उपनगर, डॉ. संजीव कुमार की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय समिति हवा में धूल को नियंत्रित करने के उपायों पर एक सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट पेश करेगी. शहर की हवा फिलहाल गति में बदलाव के कारण खराब है. विभिन्न जगहों पर चल रही 5,000 से अधिक निर्माण परियोजनाओं से धूल के कण हवा में मिल रहे हैं.

1 अप्रैल से सख्ती से होगी लागू

अगले सप्ताह पैनल की रिपोर्ट मिलने के बाद, 1 अप्रैल से बीएमसी शहर में सिफारिशों को सख्ती से लागू करना शुरू कर देगी, जिसमें डिफॉल्टर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शामिल है. ऐसा भी हो सकता है कि निर्माण परियोजनाओं/कार्यों को रोका भी जा सकता है. समिति में पर्यावरण, बुनियादी ढांचे, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, विकास योजना, कार्यकारी अभियंता और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक नामित शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे. चहल ने 28 मार्च से मुंबई में होने वाली 3 दिवसीय जी-20 बैठक की तैयारियों और मुंबई सौंदर्यीकरण परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की, जिसमें सभी अतिरिक्त एमसी, डीएमसी, एएमसी और एचओडी मौजूद थे.

मुंबई सौंदर्यीकरण परियोजना पर दिसंबर 2022 में किए गए 500 कार्य पूरे होने वाले हैं और अन्य 320 कार्य शुरू किए गए हैं, जिनमें बिजली के खंभों, फुटपाथों आदि का सुधार शामिल है. शीर्ष अधिकारियों को इन कार्यों की निगरानी का आदेश दिया गया है. बता दें कि पिछले महीने ही साल 2023-24 के लिए मुंबई बीएमसी ने 52 हजार कोरोड़ से ज्यादा रुपये का बजट आवंटित किया था. बीएमसी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब बजट 50 हजार करोड़ से ज्यादा आवंटित किया गया हो. 

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