बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं. नगर निकाय को हाल ही में जारी किए गए मसौदा वार्ड परिसीमन पर 488 आपत्तियां और सुझाव मिले हैं. ये आपत्तियां मुंबई के अलग-अलग हिस्सों से आई हैं, जिन्हें अब सुनवाई के बाद देखा जाएगा.

4 सितंबर तक मिला मौका, अब शुरू होगी सुनवाई

बीएमसी की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, मसौदे पर आपत्तियां और सुझाव जमा करने की आखिरी तारीख 4 सितंबर दोपहर 3 बजे थी. इस दौरान कुल 488 आपत्तियां और सुझाव सामने आए.

अब इन पर सुनवाई 10, 11 और 12 सितंबर को की जाएगी. इसके लिए नरिमन पॉइंट का यशवंतराव चव्हाण केंद्र जगह तय की गई है  तीनों दिन सुनवाई सुबह 11 बजे से शाम 5.30 बजे तक चलेगी.

22 अगस्त को जारी हुई थी अधिसूचना

महाराष्ट्र शहरी विकास विभाग ने 22 अगस्त को एक अधिसूचना जारी कर 227 वार्डों का मसौदा नक्शा (Draft Boundaries) घोषित किया था. इसी मसौदे पर अब लोगों की राय मांगी गई थी. दरअसल, हर चुनाव से पहले वार्ड परिसीमन करना जरूरी होता है ताकि बढ़ती जनसंख्या और बदलती परिस्थितियों के हिसाब से चुनावी क्षेत्र तय हो सकें.

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने की तैयारियों की समीक्षा

इसी बीच, महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयुक्त दिनेश वाघमारे ने शुक्रवार को बीएमसी मुख्यालय में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की. इस बैठक में नगर निगम और राज्य चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. बैठक के दौरान मतदान केंद्रों पर सुविधाएं मजबूत करने पर जोर दिया गया.

वाघमारे ने कहा कि मतदाताओं की सुविधा के लिए हर बूथ पर पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वोटरों को जागरूक करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाए.

क्यों जरूरी है वार्ड परिसीमन?

वार्ड परिसीमन यानी डिलिमिटेशन एक अहम प्रक्रिया है. मुंबई जैसी बड़ी आबादी वाले शहर में यह और भी जरूरी हो जाता है. इससे तय होता है कि किस इलाके का कौन-सा हिस्सा किस वार्ड में आएगा. इसका सीधा असर नेताओं और पार्टियों की चुनावी रणनीति पर पड़ता है. यही वजह है कि हर बार परिसीमन पर आपत्तियां और सुझाव बड़ी संख्या में आते हैं.