महाराष्ट्र में अगले कुछ दिनों में महापालिका के चुनाव होने वाले हैं, लेकिन दावा किया जा रहा है कि उससे पहले महायुती में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. चुनाव से पहले शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट के कुछ पूर्व नगरसेवक और पदाधिकारी बीजेपी में शामिल हुए हैं, जिस पर शिंदे गुट ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है. शिवसेना के सांसद नरेश म्हस्के ने बीजेपी पर कड़ी टिप्पणियां की हैं.

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नरेश म्हस्के ने कहा, "महायुति विरोधियों को खत्म करने के लिए तैयार की गई है. लेकिन अब कुछ जगहों पर ऐसा हो रहा है कि महाविकास आघाड़ी के लोगों का विरोध न करते हुए महायुति के ही घटक दलों के नगर सेवकों को तोड़ा जा रहा है. अंबरनाथ के हमारे नगरसेवक हों या पालघर के जिला परिषद के अध्यक्ष उन्हें तोड़कर अपने दल में शामिल किया जा रहा है, जो गलत है.

'बड़े भाई जैसा व्यवहार करे बीजेपी'

उन्होंने आगे कहा, "भारतीय जनता पार्टी हमारे महायुति का बड़ा भाई है. बड़े भाई जैसा व्यवहार कर के हमें समझना चाहिए. पर अपने ही दल के नगरसेवकों को तोड़ना और उन्हें अपनी पार्टी में लेना सही नहीं है, यह महायुती में खटास डालने जैसा है."

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'गली-गली की राजनीति में नहीं पड़ना चाहिए'

नरेश म्हस्के आगे कहा कि राज्य स्तर पर नेतृत्व करने का इतना बड़ा अवसर मिलने के बाद नेताओं को गली-गली के राजनीतिक खेल में नहीं पड़ना चाहिए. महायुति को हमें मजबूत रखना चाहिए. विरोधियों से हम लड़ेंगे, पर अपने महायुति के सहयोगियों के खिलाफ नहीं जाना चाहिए. महायुति के हर दल के नेताओं को इसका मान रखना चाहिए एक-दूसरे के नगरसेवकों को तोड़ने की प्रथा जो शुरू हुई है, वह गलत है.

'एक दूसरे के लोगों को तोड़ना गलत'

उन्होंने आगे कहा कि एक-दूसरे के साथ मिलकर लड़ना है तो लड़ें, भले ही हम अकेले लड़ें, तब भी मित्र दल की आलोचना नहीं करनी चाहिए. एक-दूसरे के लोगों को तोड़ना गलत है.