मुंबई महानगरपालिका के चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. महायुति में शामिल दलों ने रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम ने बीएमसी चुनाव 2026 के लिए 20 सदस्यीय चुनाव समिति का गठन किया है.
चुनाव को अब एक महीने से भी कम समय रह गया है ऐसे में बीजेपी ने संगठित और योजनाबद्ध तैयारी शुरु कर दी है. अमित साटम की अध्यक्षता में गठित इस समिति में केंद्र और राज्य स्तर के वरिष्ठ नेता शामिल किए गए हैं. समिति का उद्देश्य उम्मीदवारों का चयन, चुनावी रणनीति और जमीनी समन्वय को मजबूत करना है. इससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी चुनाव को लेकर किसी भी स्तर पर ढील नहीं देना चाहती.
उम्मीदवारों के चयन के लिए तय हुए ये नाम
चुनाव समिति में बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम समेत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और कैबिनेट मंत्री मंगलप्रभात लोढा जैसे दिग्गज नेताओं को जगह दी गई है. इसके साथ ही प्रविण दरेकर, अतुल भातखळकर, योगेश सागर, पराग अलवणी, मिहीर कोटेचा और प्रसाद लाड जैसे विधायक भी समिति का हिस्सा हैं. महिला प्रतिनिधित्व के तौर पर मनीषा चौधरी और चित्रा वाघ को शामिल किया गया है.
इसके अलावा मुंबई बीजेपी संगठन को मजबूत करने के लिए महामंत्री राजेश शिरसाटकर, गणेश खणकर, आचार्य पवन त्रिपाठी और श्वेता पंकजकर को भी समिति में जिम्मेदारी दी गई है. मनपा में पूर्व गटनेता रहे प्रभाकर शिंदे को शामिल कर प्रशासनिक अनुभव को भी महत्व दिया गया है. समिति का गठन 18 दिसंबर 2025 को आधिकारिक रूप से घोषित किया गया.
बैठकों का दौर जारी
बीएमसी चुनाव की रणनीति को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. अमित साटम ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी कि दादर स्थित भाजपा मुंबई कार्यालय में महायुति की सहयोगी शिवसेना के साथ एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में आगामी महानगरपालिका चुनावों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई.
बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों ने चुनावी तैयारियों, बूथ स्तर के प्रबंधन और समन्वय पर अपने विचार रखे. महायुति के नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने और जीत सुनिश्चित करने का संकल्प लिया. यह बैठक संकेत देती है कि महायुति आने वाले दिनों में साझा रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी.
बीएमसी चुनाव मुंबई की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं. ऐसे में बीजेपी और महायुति का यह कदम राजनीतिक समीकरणों को नई दिशा दे सकता है. मजबूत संगठनात्मक ढांचा और अनुभवी नेताओं की टीम के जरिए महायुति ने साफ कर दिया है कि वह बीएमसी चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ने जा रही है.