BMC Corruption: कोरोना काल में बीएमसी के 12000 करोड़ के विभिन्न कार्यों को लेकर सीएजी रिपोर्ट की घोषणा पिछले सत्र में की गई थी. इन कामों में अनियमितताएं पाए जाने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर एसआईडी का गठन किया गया और अब वही टीम आज एक्शन मोड में नजर आ रही है. बीएमसी में हुए कथित कोविड घोटाले के मामले में ईओडब्ल्यू की टीम आज बीएमसी मुख्यालय में पूछताछ करने के लिए पहुंची हैं. बीएमसी की जांच की आंच शिवसेना उद्धव ठाकरे पर साथ ही एनसीपी पर भी आ सकती है, क्योंकि हेल्थ मिनिस्टर राजेश टोपे उस वक्त 2019 से 2022 तक थे.


बीएमसी के अधिकारियों से पूछताछ
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू ने बीएमसी के अधिकारियों को पूछताछ के लिए भी ईओडब्ल्यू ऑफिस बुलाया था. आज ईओडब्ल्यू के अधिकारी मुंबई महानगर पालिका के मुख्यालय पहुंचे हैं और बीएमसी अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं. फिलहाल एसआईटी की एक टीम बीएमसी के प्रमुख विकास अभियंता योजना अधिकारी सुनील राठौड़ के कार्यालय में उनसे जानकारी ले रही है.


ईओडब्ल्यू के अधिकारी बीएमसी मुख्यालय से निकले हैं. संग्राम सिंह निशानदार, डीसीपी ईओडब्ल्यू ने ऑन कैमरा कहा, "मैं कोई जानकारी साझा नहीं कर सकता हूं फिलहाल, मैं बस इतना कह सकता हूं कि जो जांच चल रही है, वह एसआईटी कर रही है. हमारी जांच जारी रहेगी."


एबीपी माझा के अनुसार, सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले आर्थिक अपराध शाखा ने सीएजी रिपोर्ट के संबंध में मुंबई नगर निगम के अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया था. बताया जा रहा है कि वित्तीय अपराध शाखा ने इन अधिकारियों से और भी जानकारी हासिल की है. इन सभी जांचों को लेकर वित्तीय अपराध शाखा के उपायुक्त संग्राम सिंह निशानदार ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.


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