Maharashtra News: महाराष्ट्र में बीजेपी विधायक सुरेश धस (Suresh Dhas) ने आज (31 मार्च) बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में बीड जिला जेल में बंद वाल्मीक कराड (Walmik Karad) पर प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने हमला किया. हालांकि, जेल प्रशासन ने इस दावे को खारिज कर किया है.
पुरानी दुश्मनी के कारण विवाद- धसन्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बीड में पत्रकारों से बातचीत में धस ने बताया कि कराड और सह-आरोपी सुदर्शन घुले पर कथित हमला जेल प्रशासन द्वारा कैदियों को उनके परिवार से बातचीत के लिए मिले कमरे से फोन करने को लेकर हुए विवाद के कारण हुआ. उन्होंने कहा कि स्थानीय गैंगस्टर बबन गिट्टे और कराड के बीच लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी इस हमले की वजह हो सकती है.
विधायक धस ने कहा, "कराड की बबन के साथ पुरानी दुश्मनी है. कराड कहता था कि जब तक वह बबन को नहीं मार देता, तब तक वह जूते नहीं पहनेगा, जबकि बबन कहता था कि जब तक वाल्मीक नहीं मर जाता, तब तक वह दाढ़ी नहीं बनाएगा."
जेल प्रशासन ने हमले से किया इंकारहालांकि, बीड जिला जेल के अधीक्षक बी एन मुलानी ने इन दावों को गलत बताया. उन्होंने साफ किया कि जेल में कराड या घुले पर कोई हमला नहीं हुआ है. मुलानी के अनुसार, सुबह एक घटना हुई थी जिसमें दो अन्य कैदी सुदीप सोनावने और राजेश वाघमोड़े के बीच बहस हो गई, जब वे अपने परिवार को फोन करने के लिए मिले कमरे में पहुंचे थे. सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते बीच-बचाव कर स्थिति को नियंत्रण में किया और इस संबंध में शिवाजीनगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है.
धस ने सह-आरोपियों को दूसरे जेल में भेजने का किया अनुरोध धस ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कराड और अन्य सह-आरोपियों को किसी दूसरे जेल में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है. उन्होंने मांग की कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे के सहयोगी कराड और अन्य आरोपियों को अमरावती या नागपुर की जेल में भेजा जाए. साथ ही, उन्होंने बीड जेल में कुछ कैदियों को कथित रूप से मिल रही विशेष सुविधाओं पर भी सवाल उठाए.
बता दें कि बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख को नौ दिसंबर को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गई थी. बताया जाता है कि देशमुख ने एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली रोकने का प्रयास किया था, जिसके चलते उनकी हत्या कर दी गई. इस मामले में कराड सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया है.