Maharashtra News: महाराष्ट्र कांग्रेस (Congress) चीफ नाना पटोले (Nana Patole) से नाराजगी के सवाल पर पार्टी के नेता बालासाहेब थोराट (Balasaheb Thorat) ने कहा कि किसने कहा कि मैं किसी से नाराज हूं? मुझे इस बारे में मीडिया के जरिए ही पता चला. उन्होंने कहा, 'मैंने कभी भी व्यक्त नहीं किया कि मैं परेशान हूं.' बीते दिनों बालासाहेब थोराट ने विधानसभा में कांग्रेस के विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया था.


नाना पटोले के खिलाफ हाईकमान को लिखा था पत्र


दरअसल, बालासाहेब थोराट ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को पत्र लिखकर कहा था कि वह नाना पटोले के साथ काम करने में असमर्थ हैं. इसके अगले दिन ही उन्होंने सीएलपी पद से इस्तीफा दे दिया था. थोराट के एक सहयोगी ने यह भी कहा था कि उन्होंने आला कमान को लिखे पत्र में कहा कि महाराष्ट्र में पार्टी के अंदर जो फैसले लिए जाते हैं उनसे सलाह-मशविरा नहीं किया जाता. मालूम हो कि फरवरी को थोराट ने जो इस्तीफा दिया था उसे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने स्वीकार नहीं किया और मतभेद सुलझाने की बात कही. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी एचके पाटिल ने 12 फरवरी को कांग्रेस के थोराट के घर जाकर उनसे मुलाकात की. एचके पाटिल ने कहा कि थोराट कांग्रेस परिवार का हिस्सा हैं, जो भी दिक्कतें हैं उसे जल्द दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी ने थोराट का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है. 


Shiv Sena Party Symbol: बहुमत परीक्षण से पहले ठाकरे का इस्तीफा अहम मुद्दा, सुप्रीम कोर्ट में शिंदे गुट की दलील


विधान परिषद चुनावों के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस में कलह


महाराष्ट्र कांग्रेस में यह कलह महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के बाद देखने को मिली. इन चुनावों में बालासाहेब थोराट के बहनोई सुधीर तांबे ने नासिक सीट से कांग्रेस की टिकट पर नामांकन नहीं भरा था. सुधीर तांबे के बेटे सत्यजीत तांबे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे और भारी-भरकम वोटों से विजयी हुए थे. सुधीर तांबे के इस कदम से कांग्रेस ने उन्हें और उनके बेटे को पार्टी से निलंबित कर दिया था.