महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले में सोमवार (27 सितंबर) की सुबह सांप्रदायिक हिंसा से माहौल गंभीर हो गया. 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर पर हुए विवाद के बीच आरोप है कि अहिल्यानगर के मालीवाड़ा क्षेत्र में कुछ अज्ञात लोगों ने पैगंबर मुहम्मद का नाम जमीन पर लिख दिया था. इससे मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और भारी विरोध प्रदर्शन किया गया.
नाराज मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग शहर के कोतवाली पुलिस स्टेशन के सामने आंदोलन करने पहुंचे. इस बीच प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है. पुलिस ने सख्त एक्शन लेते हुए आंदोलनकारियों को खदेड़ा, जिसके बाद अब इलाके में शांति व्याप्त है. इस बीच सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है. पुलिस ने किसी से भी अफवाहों पर भरोसा न करने की अपील की है. एक आरोपी पुलिस हिरासत में है.
पुलिस ने संभाला मोर्चा, इलाके में तनावपूर्ण शांति
गुस्से में मुस्लिम समुदाय का 'रास्ता रोको आंदोलन' छत्रपति संभाजी राजमार्ग पर जारी है. मुस्लिम समुदाय मुहम्मद पैगंबर के बारे में टिप्पणी को लेकर नाराज है. इसको लेकर कोट्वेली पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने मामले को कंट्रोल में करने की कोशिश की है और फिलहाल शहर में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है.
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जताई चिंता
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अहिल्यानगर हिंसा पर बयान दिया है. उन्होंने कहा, "आहिल्हानगर में जो हुआ है ऐसा लगता है की ये साजिश है. राज्य में तनाव पैदा करने की कोशिश हो रही है. राज्य के शांति भंग करने की कोशिश हो रही है. जिस तरह के बोर्ड लर रहे हैं, ऐसा लग रहा जैसे सामाजिक तानाबाना खराब करने की कोशिश हो रही है. चुनाव के समय राज्य की शांति भंग करने की कोशिश की गई थी. लोकसभा चुनाव के समय राज्य में पोलोराइजेशन की कोशिश की गई थी."
सीएम फडणवीस ने कहा कि इस मामले में जांच की जाएगी कि प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कौन कर रहा है. दोषी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.