Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित सपा विधायक अबू आजमी (Abu Azmi) ने दावा किया कि उनकी जान को खतरा है. उन्होंने कहा कि धमकी भरे फोन आ रहे हैं और पुलिस की सुरक्षा के लिए आवेदन करूंगा. अगर मेरी जान को कुछ हुआ तो सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी ने औरंगजेब पर दिए गए अपने बयान को लेकर फिर सफाई देते हुए कहा, ''मैंने कोई विवादास्पद बात नहीं कही है. मैंने वही बोला जो इतिहास में है. लेकिन अगर आप मेरे भाषण के कारण सम्मेलन बंद करने जा रहे हैं, तो मैंने अपने शब्द वापस ले लिए हैं.''
इतिहास में जो लिखा है, मैंने उसका प्रमाण दिया- अबू आजमी
उन्होंने आगे कहा, ''इतिहास में जो लिखा है, मैंने उसका प्रमाण दिया है. मैं बी टीम नहीं हूं, कल ठाकरे ग्रुप ए टीम के साथ जाएगा. फिर एकनाथ शिंदे की किताब होगी जिसे वे ही अप्रूव करेंगे. मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर पूछूंगा कि किस कानून के तहत कार्रवाई की गई.''
मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने निलंबन का प्रस्ताव किया पेश
बता दें कि समाजवादी पार्टी के MLA अबू आजमी को मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ में टिप्पणी करने की वजह से बुधवार (05 मार्च) को मौजूदा बजट सत्र के अंत तक महाराष्ट्र विधानसभा की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया. राज्य विधानमंडल का बजट सत्र 26 मार्च को खत्म होगा. महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल की ओर से सदन में निलंबन का प्रस्ताव पेश किया गया. फिर निलंबन का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हो गया.
अबू आजमी की टिप्पणी से विधानसभा का अपमान- पाटिल
महाराष्ट्र की महायुति सरकार में शामिल सत्ता पक्ष के सदस्यों का कहना है कि अबू आजमी की ओर से औरंगजेब की प्रशंसा में बयान मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान है. मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ''औरंगजेब की प्रशंसा और संभाजी महाराज की आलोचना करने वाली अबू आजमी की टिप्पणियां एक विधानसभा के सदस्य को शोभा नहीं देती हैं और यह विधानसभा का अपमान है.''
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