World Heritage Day 2023: विश्व धरोहर दिवस पर रायसेन के रामछज्जा शैलचित्रों की हालत देखकर पुरातत्वविदों ने चिंता जताई है. मध्य प्रदेश के सीनियर पुरातत्वविद नारायण व्यास ने बनारस और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से आए शोधकर्ताओं को भ्रमण कराया. शोधकर्ताओं ने बताया कि संरक्षण के अभाव में बेशकीमती शैलचित्र नष्ट होने की कगार पर पहुंच गए हैं. उन्होंने स्थानीय प्रशासन की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि लोग पिकनिक कर रहे हैं. देखरेख के अभाव में हजारों साल पुराने शैलचित्र पर सवाल खड़े होने लगे हैं. हालांकि रायसेन में भीमबेटका को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर घोषित किया है.


रामछज्जा पर एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन


संरक्षित प्राचीन किले की पहाड़ी के दूसरे छोर पर बने शैलचित्रों का असामाजिक तत्वों एवं खनिज माफियाओं की वजह से क्षरण हो रहा है. प्राचीन ऐतिहासिक स्थल रामछज्जा पर एक दिवसीय आयोजित गोष्ठी में शोधकर्ताओं समेत छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. सभी ने रामछज्जा और आदिमानव काल की बेशकीमती धरोहर रॉक पेंटिंग को संरक्षित करने के लिए जिला प्रशासन से मांग की. दरअसल इस इलाके में खनिज माफिया पहाड़ी की तलहटी में मुरम कोपरा का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. अवैध उत्खनन से पूरे इलाके का क्षरण तेजी से हो रहा है.




पुरातत्वविदों ने उठाया संरक्षित करने का मुद्दा


पुरातत्वविद अवैध उत्खनन से शैल चित्रों के अस्तित्व को लेकर चिंतित हैं. नगर पालिका रायसेन ने कचरे का निष्पादन करने के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड का निर्माण किया है. पर्यटकों के मार्ग पर गंदगी का अंबार लग गया है. विश्व धरोहर दिवस मौके पर सभी ने चिंता व्यक्त कर इलाके को संरक्षित करने किए जाने की मांग की है. पुरातत्वविदों ने कहा कि इसके लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू करने की तैयारी की जा रही है. 


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