Ujjain Crime News: साइबर क्राइम करने वाले जालसाज बड़ी ही चालाकी से समय के साथ अपने तरीके भी बदल देते हैं. इन दिनों 5G मोबाइल एक्टिवेट कराने के नाम पर जमकर जालसाजी हो रही है. साइबर ठग पलक झपकते ही लोगों के अकाउंट साफ कर रहे हैं. साइबर सेल लोगों को अलर्ट करने के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी है.


गौरतलब है कि उज्जैन में सबसे पहले 5जी सुविधा शुरू हुई है. हालांकि, इस सुविधा को केवल महाकाल लोक परिसर में शुरू किया गया है. इसका फायदा भले ही देश भर के श्रद्धालुओं को मिल रहा हो, लेकिन जालसाज इस सुविधा के नाम पर भी ठगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. इन दिनों साइबर ठग लोगों के मोबाइल पर 5G सुविधा को लेकर एक लिंक भेज रहे हैं. इस लिंक पर जाने के बाद ओटीपी मांगा जाता है. जैसे ही ओटीपी डालकर लिंक को एक्टिवेट करने की कोशिश की जाती है, वैसे ही साइबर ठग बड़ी ही आसानी से मोबाइल का बैलेंस साफ कर देते हैं. 


इसके लिए फोन पर भी संपर्क किया जाता है. इन मामलों की शिकायत पहुंचने के बाद साइबर सेल लगातार लोगों को अलर्ट कर रही है. उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के मुताबिक मोबाइल पर ओटीपी और अन्य गोपनीय जानकारी किसी से शेयर नहीं करना चाहिए. 5G सुविधा के नाम पर साइबर टेक लगातार लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. इस संबंध में साइबर सेल भी आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.


5G सुविधा पाने के लिए हो रहे हैं शिकार
माधव नगर पुलिस ने बताया कि इलाके में रहने वाले विवेक सिंह पवार की ओर से शिकायत की गई है कि उन्हें 5G की सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर लिंक भेजा गया. इस लिंक के माध्यम से जब उन्होंने पूरी प्रोसेस को पूरा किया तो उनके खाते से ₹11000 की राशि गायब हो गई. इस मामले की शिकायत विवेक सिंह माधवनगर पुलिस के साथ-साथ साइबर सेल से भी की है. 


ऐसे दिया जाता है वारदात को अंजाम
सबसे पहले साइबर ठग मोबाइल पर लिंक भेज कर 5जी सुविधा का लालच देते हैं इसके बाद जैसे ही मोबाइल धारक उस लिंक पर जाकर निर्देशों का पालन करता है, वैसे ही वे फोन पर संपर्क कर ओटीपी और अन्य माध्यम से गोपनीय जानकारी लेकर बैंक की राशि साफ कर देते हैं.