Jabalpur News: मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में आदिवासी छात्रों को दूषित भोजन देकर बीमार करने के मामले में बड़ी कार्यवाही हुई है. इस मामले में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य गीता साहू, बालिका छात्रावास की अधीक्षक प्राथमिक शिक्षक ज्योति बाला गोल्हानी एवं बालक छात्रावास के अधीक्षक उच्च श्रेणी शिक्षक मोहन पटेल को निलंबित कर दिया गया है. कहा जा रहा है कि कटहल की सब्जी खराब होने के कारण 100 से अधिक बच्चे बीमार होकर अस्पताल पहुंचे थे.


100 से अधिक बच्चे हुए थे बीमार 


यहां बताते चलें कि सोमवार (18 सितंबर) को रात्रि भोजन के बाद एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के 100 से अधिक आदिवासी छात्र-छात्राएं बीमार हो गई थी. प्रकरण की जांच के लिये कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन द्वारा एसडीएम गोरखपुर पंकज मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा सौंपे गये प्रतिवेदन पर निलंबन की यह कार्यवाही की गई है.


कटहल की खराब सब्जी परोसने का आरोप


गौरतलब है कि, रामपुर छापर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में 450 से अधिक बच्चे रहकर अध्ययन कर रहे हैं. इनमें अधिकतर बच्चे आदिवासी समुदाय के हैं और जबलपुर के अलावा कई अन्य जिलों से आकर रह रहे हैं. घटना वाली रात सभी के लिए एक ही मेस में खाने में दाल-चावल, रोटी और कटहल की सब्जी पकाई गई थी. सभी को यही खाना दिया गया था, जिससे कुछ देर बाद ही बच्चों को पेट दर्द, उल्टी-दस्त की शिकायत हुई. हालत बिगड़ने पर 101 बच्चों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. अन्य प्रभावितों बच्चों की जांच के लिए मंगलवार को डॉक्टरों की टीम हॉस्टल गई थी, उन्हें दवाएं दी गई हैं. सभी की हालत सामान्य है.


बीमार बच्चों ने लगाया आरोप


बताया जाता है कि हॉस्टल के मेस में दो पुरुष और दो महिला कर्मचारी कार्य करते हैं. सोमवार को भी उन्होंने भोजन तैयार किया था. बताया गया है कि सप्ताह में दो बार सब्जी मंडी से आती है. सोमवार को नियमित रूप से सब्जी देने वाले आदमी की जगह नया आदमी कटे हुए कटहल लेकर आया था, जिसे धोने के बाद पकाया गया था. मेस के कर्मचारियों का कहना था कि कटहल प्रथम दृष्टया खराब प्रतीत नहीं हुआ था, लेकिन बच्चों से बातचीत में यह सामने आया कि सब्जी में अजीब तरह की गंध आ रही थी.


पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट शिवराज पर भड़के 


इस मामले में कांग्रेस के स्थानीय विधायक और पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने आरोप लगाया है कि जबलपुर जनजातीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में सड़ा हुआ और दूषित भोजन खाने से करीब 100 बच्चे प्रभावित हुए हैं, जिन्हें मेडिकल एवं विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. शर्म की बात है की प्रशासनिक लापरवाही के चलते प्रभावित बच्चों को एंबुलेंस भी नहीं उपलब्ध हो पाई थी. हमारे साथियों के द्वारा तत्परता दिखाते हुए प्रभावित बच्चों को ई-रिक्शा और टू व्हीलर के माध्यम से अस्पतालों तक पहुंचाया गया.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज में लापरवाही और भ्रष्टाचार पूरी तरह से हावी है, जिसमें सारी व्यवस्थाएं फर्जी साबित हुईं है.


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