Ujjain Mahakaleshwar Jyotirlinga: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार भगवान महाकाल की भव्य भस्म आरती हुई, जिसमें देशभर के श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार को दिनभर भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया जाएगा. द्वादश ज्योतिर्लिंग में तीसरे नंबर पर विराजित भगवान महाकालेश्वर के दरबार में सावन महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सावन के तीसरे सोमवार भगवान महाकाल के कपाट खुलने के बाद उन्हें जल, दूध, दही, शहद, इत्र आदि से स्नान कराया गया. इसके बाद भगवान महाकाल का भांग और सूखे मेवे से शृंगार हुआ. 


भगवान महाकाल के शृंगार के पश्चात विश्व भर में शिव भक्तों के आकर्षण का केंद्र माने जाने वाली भस्म आरती संपन्न हुई. पुजारी ओम गुरु ने बताया कि भस्म आरती में शामिल होने वाले शिव भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. उनके मुताबिक भगवान महाकाल के दरबार में सावन महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए देशभर के श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. 


महाकाल सवारी में शिव तांडव रूप में होंगे दर्शन
आज दिनभर भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया जाएगा. पंडित ओम गुरु के मुताबिक भगवान महाकाल की शाम 4.00 बजे सवारी निकलेगी जो कि शहर में भ्रमण करती हुई फिर महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी. सावन के तीसरे सोमवार भगवान महाकाल सवारी में शिव तांडव रूप में दर्शन देंगे. 


रात 12.00 बजे से लग गई थी श्रद्धालुओं की लाइन
मुंबई से महाकाल दर्शन करने के लिए आई महिला श्रद्धालु मधु ने बताया कि भगवान महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने का सौभाग्य मिला है. उन्होंने बताया कि रात 12:00 बजे से भस्म आरती के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी. इस बार महाकालेश्वर मंदिर समिति उन श्रद्धालुओं के दर्शन की भी व्यवस्था कर रही है जो भस्म आरती में विधिवत अनुमति नहीं ले पाते हैं. ऐसे श्रद्धालुओं को चलित दर्शन करवाए जा रहे हैं. भस्म आरती के दौरान श्रद्धालु भगवान महाकाल के सामने आकर उन्हें प्रणाम करते हुए आगे निकल जाते हैं. इस प्रकार से भी 10,000 से ज्यादा भक्तों के दर्शन हो रहे हैं.


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