Satpuda Fire Incident : भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग को कांग्रेस साजिश की चिंगारी बताकर पूरे प्रदेश में राजनीतिक मुद्दा बनाने में जुट गई है. दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव के पहले 10 साल में तीसरी बार लगी बड़ी आग कई सवालों को जन्म दे रही है.


मध्य प्रदेश का सतपुड़ा और विंध्याचल भवन सरकार की सभी कार्य योजनाओं का प्रमुख केंद्र है. यहां पर 10 साल में 3 बार बड़ी आग लग चुकी है. नवंबर 2013 में विंध्याचल में आगजनी की घटना हुई थी. इसके 2 साल बाद अक्टूबर 2015 में विंध्याचल की चौथी मंजिल पर कृषि विभाग के मुख्य कार्यालय में आगजनी की घटना हुई, जिसमें तमाम सरकारी फाइल और महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए. इस बार सतपुड़ा को आग ने अपनी चपेट में ले लिया.


यहां भी आदिम जाति कल्याण विभाग हो स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण फाइल जलकर राख के ढेर में बदल गई. कांग्रेस तमाम सवाल उठा रही है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक बीजेपी के भ्रष्टाचार की फाइल जानबूझकर जलाई गई है. यह भ्रष्टाचार रूपी आग पूरे प्रदेश की जनता देख रही है. विधानसभा चुनाव के पहले आग लगाकर दस्तावेजों को सबूत मिटाए जा रहे हैं. हालांकि भ्रष्टाचार के सबूत पूर्व मध्य प्रदेश में एकत्रित हो चुके हैं.


क्या होता है सतपुड़ा और विंध्याचल भवन में ?
मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री वल्लभ भवन में बैठते हैं जबकि सभी विभागों के सर्वोच्च पद पर बैठे अधिकारी भी वल्लभ भवन में ही मौजूद रहते हैं, लेकिन वल्लभ भवन से निकले आदेश का क्रियान्वयन सतपुड़ा और विंध्याचल भवन के जरिए ही पूरे प्रदेश में होता है. सतपुड़ा और विंध्याचल में कई विभागों के ओएसजी बैठते हैं. यहां पर स्थापना सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य होते हैं. वल्लभ भवन से निकले सभी योजनाओं के क्रियान्वयन आदेश से लेकर बजट और आर्थिक हिसाब किताब यहीं से चलता है. 


प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक पहुंचा आगजनी का मुद्दा
सतपुड़ा की बिल्डिंग में ऐसी आग लगी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत कर मदद मांगना पड़ी. सतपुड़ा और विंध्याचल में हमेशा आगजनी के कारणों को लेकर कई बार प्रश्न चिन्ह लगा. हर बार (short-circuit) शार्ट सर्किट को ही कारण बताए गया. अब प्रश्न यह उठता है कि इतने महत्वपूर्ण दफ्तर में शॉर्ट सर्किट से आग जाने की घटनाएं बार-बार घटित हो रही है जबकि इसे रोकने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. 


'कांग्रेस को हर घटना में दिखाई देती है राजनीति'
शिवराज सरकार के पूर्व मंत्री पारस जैन के मुताबिक कांग्रेस को चुनाव आते ही हर घटना में राजनीति दिखाई दे रही है. यह तो भगवान का शुक्र रहा कि कोई जनहानि नहीं हुई. आगजनी की घटना को लेकर सरकार और पुलिस जांच कर रही है. यदि कोई गड़बड़ी निकलती है तो कानून अपना काम करेगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से भी जांच टीम गठित की गई है. 


आखिरकार बुझ गई आग
भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है. आग पर काबू पाने के लिए सीआईएसफ, भेल, फायर ब्रिगेड आदि की टीम ने महत्वपूर्ण योगदान निभाया है. उन्होंने यह भी बताया कि सतपुड़ा में ज्वलनशील वस्तुएं अधिक होने की वजह से आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करना पड़ी. हालांकि भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो इसके लिए अलग से रणनीति बनाई जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना में कोई जनहानि ना हो, यह प्राथमिक लक्ष्य था जिस पर सफलता मिली है.