कोटा: रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन (Ramganj Mandi Bhopal Rail line Project) पर चल रहे काम में अब तेजी आने का अनुमान है. इससे इस रूट पर यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा और मालगाड़ियां भी अपनी रफ्तार में आएंगी.ये ही नहीं लंबे समय से बजट के अभाव में जो काम धीमि गति से चल रहे थे, उसे भी पंख लगेंगे.इस बार के बजट में रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन के लिए 800 करोड़ रुपये मिले हैं.पश्चिम मध्य रेलवे में किसी परियोजना के लिए मिली यह सबसे ज्यादा राशि है. इससे अब उम्मीद जागी है कि मध्य प्रदेश की सीमा में भी रफ्तार से काम होने लगेगा.


कितनी लंबाई है रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन की
केंद्रीय बजट में पश्चिम मध्य रेलवे की अहम परियोजना रामगंजमंडी-भोपाल लाइन को एक साथ 800 करोड़ रुपए मिले हैं.इससे प्रोजेक्ट का बजट 2000 करोड़ के पार निकल गया है. करीब 262 किलोमीटर की रामगंजमंडी से भोपाल के बीच की लाइन में वर्तमान में राजस्थान की सीमा के भीतर अकलेरा तक ट्रेन चालू होने वाली है. वहीं के गांव जूनाखेड़ा तक ट्रेन आने-जाने लगी हैं. कुछ ही दिनों में अकलेरा तक भी चलने लगेगी.हालांकि मध्य प्रदेश की सीमा में इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी लेटलतीफी हुई है. इस परियोजना के लिए बजट मिलने से परियोजना के लिए काफी राहत मिल गई है.अब उम्मीद जताई जा रही है कि काम में तेजी आ जाएगी.


कबतक चलेगी रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन पर ट्रेन


पश्चिम मध्य रेल के कोटा मंडल के डीआरएम मनीष तिवारी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री के फॉस्ट ट्रैक में शामिल किया गया है.उसके बाद से ही इसमें तेजी आई है. हर दिन की इसकी मॉनीटरिंग होने लगी है.दावा किया जा रहा है कि 2024 तक इस लाइन पर ट्रेन चला दी जाएगी.हालांकि अभी मप्र की सीमा में काम नहीं हुआ है. अब काम शुरू होगा और उसके जल्द ही गति पकड़ने की संभावना है.


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