MP Patwari Bharti 2023: पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ियों को लेकर कांग्रेस के साथ-साथ उम्मीदवार भी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर दोहराया है कि नियुक्तियों पर रोक लगी रहेगी. जब तक पूरे मामले की जांच नहीं होगी तब तक नियुक्तियां नहीं दी जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिवनी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में किसी भी मामले में कोई गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर थोड़ा सा संदेह उत्पन्न हुआ तो नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई है. 


सीएम ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी. अगर इस मामले में कोई भी दोषी पाया जाएगा तो उसे कड़ी सजा मिलेगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस बात को लेकर गंभीर है कि सरकार पर कोई दाग न लग जाए. विदित है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों कांग्रेस द्वारा पटवारी परीक्षा में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सरकार पर निशाना साधा तो नियुक्तियों पर रोक लग गई. दूसरी तरफ नियुक्तियों के लिए चयनित उम्मीदवार भी प्रदर्शन कर रहे हैं. इस पूरे मामले में अभी जांच रिपोर्ट आना बाकी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश राजेंद्र कुमार वर्मा को पटवारी परीक्षा की जांच सौंपी गई है. इसकी रिपोर्ट 31 अगस्त तक आएगी.


हैरान कर देने वाली गड़बड़ियां निकली
पटवारी भर्ती परीक्षा के दौरान हैरान कर देने वाली अनियमितताएं सामने आ रही है. एक तरफ जहां एक ही परिवार के कई लोगों का चयन होने का मामला सामने आ रहा है, वहीं दूसरी तरफ विकलांगता के फर्जी सर्टिफिकेट के आरोपी लग रहे हैं. ऐसी स्थिति में पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के साथ-साथ उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों को लेकर भी सोशल मीडिया पर कई मामले सामने आ चुके हैं. वनरक्षक की भर्ती परीक्षा में जो उम्मीदवार खुद को फिट बता रहा था, वह पटवारी भर्ती परीक्षा में श्रवण बाधित विकलांग बताते हुए पद हासिल करने की कोशिश कर रहा था. 


सफाई नहीं कार्रवाई चाहिए कांग्रेस
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान पर कांग्रेस में कार्रवाई की मांग की है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि अभी नियुक्तियों पर रोक लगाकर सरकार मामले को ठंडा करना चाहती है. जब किसी प्रकार का संदेह उत्पन्न हुआ है तो इसका साफ मतलब है कि गड़बड़ियां की गई है. मध्य प्रदेश के बेरोजगार युवा को आश्वासन नहीं कार्रवाई चाहिए ताकि ऐसी गड़बड़ी करने वालों की दोबारा हिम्मत ना हो सके.


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