Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के हरदा (Harda) हादसे के बाद मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (Mohan Yadav) के गृह नगर उज्जैन (Ujjain) में पुलिस और प्रशासन द्वारा पटाखे की दुकानों की सर्चिंग की जा रही है. इसके अलावा दस्तावेजों का भी परीक्षण किया जा रहा है. इसके साथ ही जो दुकान रहवासी इलाकों में स्थित है, वहां पर नियमों का पालन करने के आदेश जारी हो चुके हैं. इसके अलावा लगातार चेकिंग अभियान चलने की बात भी कही जा रही है.


हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद मध्य प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस और प्रशासन द्वारा चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह नगर उज्जैन में भी अभियान जारी है. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि शहर भर में पटाखे की दुकानों को लेकर पुलिस ने स्टॉक और प्रशासन ने दस्तावेज चेक किए हैं. कलेक्टर के मुताबिक रहवासी इलाकों में जो भी पटाखे की दुकान है, उनके लाइसेंस और गाइडलाइन के पालन करने को लेकर काफी बारीकी से जांच की गई है. 


मांगलिक कार्यों में पटाखों का उपयोग बढ़ा
कुछ साल पहले तक पटाखों का उपयोग केवल दीपावली पर्व के दौरान ही अधिक मात्रा में होता था. इसी के चलते दीपावली पर्व के आसपास ही जिला प्रशासन और पुलिस महकमा जांच पड़ताल को लेकर सकरी होता था, लेकिन मांगलिक कार्यों में पटाखों का उपयोग बढ़ाने की वजह से उनकी डिमांड साल भर रहती है. 


शहरी क्षेत्र में केवल पटाखों का डिस्प्ले
जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में पटाखे की दुकान का जो भी लाइसेंस जारी हुआ है, उसमें केवल यह शर्त आवश्यक है कि दुकान संचालक द्वारा कुछ ही पैकेट पटाखे को डिस्प्ले में रखेंगे, बाकी गोदाम और अन्य स्टाक सेंटर शहर से बाहर रहेंगे. इस नियम का भी पूरी तरह पालन कराया जा रहा है.



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