जबलपुर: मध्य प्रदेश हाई कोर्ट (MP High Court) में 28 दिन के ग्रीष्मकालीन अवकाश (Summer Vocation) के बाद सोमवार से सामान्य कामकाज शुरू हो गया. जबलपुर स्थित मुख्य पीठ के साथ इंदौर (Indore) और ग्वालियर (Gwalior) खंडपीठ में सुबह 10.30 बजे से सामान्य न्यायिक कामकाज शुरू कर दिया गया. हाई कोर्ट में जजों की भारी कमी है. इस समय मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में जजों की भारी कमी है. हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस रवि मलिमठ सहित कुल 29 जज ही कार्यरत हैं,जबकि स्वीकृत पदों की संख्या कुल 53 हैं.


हाई कोर्ट में कितने मामले लंबित हैं


यहां बता दें कि 16 मई 2022 से 10 जून 2022 मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की मुख्य पीठ जबलपुर और इंदौर और ग्वालियर खंडपीठ में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया था. शनिवार और रविवार को सामान्य अवकाश होने के कारण ग्रीष्म अवकाश के साथ 11 तथा 12 जून को दो दिन की छुट्टी और बढ़ गई थी. हालांकि इस दौरान स्पेशल वेकेशन बेंच के समक्ष अर्जेंट मामले सुने जाते रहे है.


गौरतलब है कि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की तीनों बेंच में करीब चार लाख लंबित मामलों का भारी-भरकम बोझ है. वहीं कुल स्वीकृत पदों के मुकाबले वर्तमान न्यायाधीशों की संख्या कम है. इसी वजह से न्याय-दान प्रक्रिया अपेक्षित गति नहीं पकड़ पा रही है. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर और खंडपीठ इंदौर व ग्वालियर में लंबित मुकदमों के हिसाब से पदस्थ न्यायाधीशों की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. यही वजह है कि पुराने मामले निराकृत नहीं हो पाते और नए मामले दायर हो जाते हैं.इस समय मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस रवि मलिमठ सहित कुल 29 जज ही कार्यरत हैं,जबकि स्वीकृत पदों की संख्या कुल 53 हैं.


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