Mahakal Sawan: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सावन माह के आखिरी सोमवार भगवान महाकाल की भस्म आरती की गई. इस भस्म आरती के दर्शन करने के लिए देशभर के श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे थे. आज दिनभर भगवान महाकाल की विशेष पूजा अर्चना और अभिषेक का क्रम चलेगा. शाम को भगवान महाकाल की सवारी भी निकाली जाएगी. 


दरअसल, वैसे तो उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में रोज भस्म आरती होती है, लेकिन सावन माह में भस्म आरती का विशेष उत्साह देखने को मिलता है. यदि सावन का सोमवार आ जाए तो शिव भक्तों का उत्साह चरम पर रहता है. आज सावन माह के आखिरी सोमवार भगवान महाकाल की रात ढाई बजे पट खोले गए. इसके बाद भगवान महाकाल का जल अभिषेक किया गया. 


बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
महाकालेश्वर मंदिर के पंडित यश गुरु ने बताया कि भगवान महाकाल को दूध, दही, शहद आदि से पंचामृत पूजन अभिषेक किया गया, जिसके बाद भांग, सूखे मेवे से भगवान का श्रृंगार हुआ. जब भगवान साकार रूप में आए तो उनकी भव्य भस्म आरती की गई. यह भस्म आरती महानिर्वाणी अखाड़े के साधु संतों द्वारा की जाती है. भस्म आरती देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे.


अब सावन के सोमवार के लिए करना होगा इंतजार
अब सावन माह के सोमवार के लिए शिव भक्तों को 1 साल तक इंतजार करना पड़ेगा. भगवान महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के लिए पहुंचे. पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने भी महाकाल का आशीर्वाद लिया. श्रद्धालु प्रियंका सिंह ने बताया कि भगवान महाकाल की भस्म आरती अद्भुत और भव्य होती है. यहां पर दर्शन करने मात्र से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है. भगवान महाकाल की भस्म आरती विश्वभर के शिव भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहती है.


ये भी पढ़ें


MP Election 2023: 'लाडली बहना' को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में तकरार, कमलनाथ ने सीएम शिवराज को घेरा