Ujjain News: सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) को गंभीरता से नहीं लेना तहसीलदार (Tehsildar) और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को महंगा पड़ा. इस मामले में अधिकारियों के वेतन में कटौती (pay cut) के निर्देश जारी हो गए हैं. इसके अलावा भविष्य में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई का अल्टीमेटम भी दिया गया है.



काटा गया है वेतन
कलेक्टर आशीष सिंह ने बैठक में सीएम हेल्पलाइन के निराकरण की समीक्षा की. समीक्षा में पाया गया कि राजस्व तथा स्वास्थ्य विभाग संतुष्टिपूर्ण निराकरण के मामले में बहुत पीछे है. कलेक्टर ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएम हेल्पलाइन में ठीक से काम नहीं करने वाले तहसीलदारों का 7-7 दिन का वेतन काटने एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी का भी 7 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये हैं. कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि सीएम हेल्पलाइन में जिले की रैंक में सुधार करने के लिये गंभीरतापूर्वक कार्य किया जाए अन्यथा संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी. बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, जिला पंचायत सीईओ अंकिता धाकरे, एडीएम संतोष टैगोर एवं जिला अधिकारी मौजूद थे.


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बैठक में कलेक्टर ने निम्नानुसार दिशा-निर्देश दिये :-

सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में नगर निगम के पिछड़ने पर असंतोष व्यक्त किया एवं सुधार के निर्देश दिये.

• लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल संबंधी शिकायतों का निराकरण करना.

• 29 मार्च को रोजगार दिवस के आयोजन की तैयारी करना.

• कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों को उज्जैन नगर निगम की बकाया जलकर की राशि का भुगतान करने के लिए कहा है.

• गेहूं उपार्जन के लिए स्थापित किए गए सभी उपार्जन केन्द्रों का आगामी तीन दिवस में सभी एसडीएम एवं तहसीलदार को निरीक्षण करेंगे. सभी खरीदी केन्द्रों पर एसडीएम को थाना प्रभारी के साथ सुरक्षा हेतु निरीक्षण करने एवं सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी लगाने के लिए निर्देश दिया गया है.

• 23 मार्च से प्रारम्भ होने जा रहे 12 से 14 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग को समन्वय के साथ 78 हजार 301 बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश दिये गए हैं.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक न्याय पहुंचाने के लिए सीएम हेल्पलाइन की शुरुआत की थी. सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को अधिकारियों द्वारा गंभीरता से नहीं लेने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद भी कार्रवाई कर चुके हैं. सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने के लिए आम लोगों को पहले संबंधित विभाग में शिकायत करना होती है. इसके बाद कार्रवाई नहीं होने पर 181 टेलीफोन नंबर के जरिए सीएम हेल्पलाइन में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.


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