MP Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा सीटों के मामले में राजधानी भोपाल का नजदीकी जिले की चार विधानसभा सीटें, तीन लोकसभा सीटों में समाहित हैं. इन लोकसभा सीटों में भोपाल-देवास और विदिशा संसदीय सीट शामिल है. देवास संसदीय क्षेत्र में जिले की आष्टा विधानसभा आती है, जबकि विदिशा में इछावर-बुदनी और भोपाल लोकसभा क्षेत्र में सीहोर विधानसभा समाहित है. हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद अब लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं.


राजधानी भोपाल के नजदीकी जिले सीहोर की चार विधानसभा सीटों के मतदाता प्रदेश की तीन संसदीय सीटों के लिए मतदान करते हैं. प्रदेश की विदिशा संसदीय सीट के लिए सीहोर जिले के इछावर-बुदनी के मतदाता मतदान करते हैं, जबकि भोपाल संसदीय सीट के लिए सीहोर विधानसभा और देवास संसदीय सीट के लिए आष्टा विधानसभा के मतदाता वोटिंग करते हैं. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में तीनों ही सीटों पर बीजेपी ने परमच लहाराया था. वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में विदिशा-देवास और भोपाल लोकसभा सीटों से बीजेपी के उम्मीदवार विजयी हुए थे.


10 लाख से अधिक हैं मतदाता 


भोपाल सीट से जहां साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को चुनाव हराया था, जबकि विदिशा से रमाकांत भार्गव और देवास से महेंद्र सिंह सोलंकी विजयी हुए थे. भोपाल लोकसभा सीट से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर 3 लाख से अधिक वोटों से जीती थीं, जबकि विदिशा से रमाकांत भार्गव पांच लाख और महेंद्र सोलंकी एक लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते थे. सीहोर जिले में 10 लाख से ज्यादा वोट हैं. बता दें प्रदेश कि तीन लोकसभा सीटों के लिए सीहोर जिले की चारों ही विधानसभा में 10 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं.


कांग्रेस का क्या है प्लान? 


विदिशा संसदीय सीट के लिए बुदनी में 2 लाख 74 हजार 219, जबकि इछावर विधानसभा के 2 लाख 25 हजार 144 मतदाता वोट डालते हैं. इसी तरह भोपाल लोकसभा सीट के लिए सीहोर विधानसभा से 2 लाख 21 हजार 526 और देवास संसदीय सीट के लिए आष्टा विधानसभा के 2 लाख 77 हजार 70 मतदाता अपने मतों का प्रयोग करते हैं. दोनों ही दलों का अपना-अपना प्लान2019 में हुए लोकसभा चुनावों में प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 सीटों पर बीजेपी काबिज हुई थी. बीजेपी का प्रयास है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन हो और प्रदेश की 29 की 29 लोकसभा सीटें ही बीजेपी के खाते में आए तो वहीं कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन करने का मूड बना लिया है. कांग्रेस का प्लान है कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस भी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपना परचम लहराए.


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