Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा उज्जैन (Ujjain) में आयोजित इन्वेस्टर समिट में देश ही नहीं बल्कि विदेशों के भी व्यापारिक प्रतिमंडल हिस्सा लेने वाले हैं. यह पहला मौका है जब यूनाइटेड स्टेट अमेरिका, जर्मनी, जापान, साउथ कोरिया का प्रतिनिधिमंडल इन्वेस्टर समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत आ रहा है. मध्य प्रदेश को औद्योगिक विकास की दृष्टि से देश के नक्शे पर कैसे चमकाया जाए, इसकी पूरी रणनीति तैयार कर ली गई है.


मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav) की मंशा के अनुरूप पहली बार धार्मिक नगरी उज्जैन में इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है. उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के मुताबिक, इन्वेस्टर समिट में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी प्रतिनिधिमंडल आ रहा है. उज्जैन में एक और दो मार्च को आयोजित इन्वेस्टर समिट में इस बार बड़े उद्योगों के खुलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. इस बार सरकार मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) को साइन करने से ज्यादा उद्योगों को खोलने पर जोर दे रही है. कुल मिलाकर सरकार दस्तावेजी खानापूर्ति के अलावा धरातल पर औद्योगिक विकास दिखाना चाहती है. 


इन देशों से आएगा प्रतिनिधिमंडल
मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के अधिकारी राजेश राठौड़ ने बताया कि इस बार तीन देशों की सरकार का प्रतिनिधिमंडल इन्वेस्टर समिट में हिस्सा ले रहा है.  यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका, फिजी और मंगोलिया सरकार का प्रतिनिधिमंडल समिट में हिस्सा लेगा, जबकि जर्मनी, जापान और साउथ कोरिया का व्यापारिक प्रतिमंडल भी इन्वेस्टर समिट शामिल होने के लिए उज्जैन आ रहा है.


ढाई हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
उज्जैन नगर निगम का आयुक्त आशीष पाठक के मुताबिक, विक्रम व्यापार मेला, इन्वेस्टर समिट और विक्रम उत्सव के आयोजन को लेकर लोगों में अपार उत्साह है. उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर समिट को लेकर 1000 से ज्यादा उद्योगपतियों को सरकार की ओर से आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा औद्योगिक विकास निगम के अधिकारियों का कहना है कि ढाई हजार खरीददार (बायर्स एंड सेलर्स) और बेचवाल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर लिया है.


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