MP Elections 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के चुनावी रण को विजय करने के लिए इस बार बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय नेतृत्व ने अनूठी रणनीति बनाई है. इस रणनीति के मुताबिक अन्य प्रदेशों के बीजेपी विधायकों की ड्यूटी मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर लगाई गई है. प्रवासी विधायकों का उद्देश्य विधानसभा क्षेत्र में जनता से बात कर निष्पक्ष फीडबैक लेना है और इस फीडबैक से बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराना है. हालांकि बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व की इस मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है.


एक दिन पहले सोमवार से अपनी सीटों पर पहुंचे कुछ प्रवासी विधायक बीजेपी नेताओं के इर्द गिर्द नजर आए, जिससे निष्पक्ष फीडबैक पर भी सवाल उठने लगे हैं. यह नजारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के गृह जिले की एक विधानसभा सीट में देखने को मिला.


बता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला सीहोर चार विधानसभाओं में बटा हुआ है. जिनमें बुदनी विधानसभा, सीहोर, आष्टा और इछावर शामिल हैं. वर्तमान में चारों ही सीट पर बीजेपी का कब्जा है. बुदनी से खुद शिवराज सिंह चौहान विधायक हैं, जबकि सीहोर से सुदेश राय, आष्टा से रघुनाथ सिंह मालवीय और इछावर से पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा विधायक हैं. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व में सीएम के जिले में भी प्रवासी विधायकों को फीडबैक के लिए भेजा है, ताकि निष्पक्ष फीडबैक निकलकर सामने आए और एक बार फिर से बीजेपी अपने गढ़ पर काबिज हो सके. 


कानपुर की विधायक को जिम्मेदारी
सीहोर विधानसभा क्षेत्र के फीडबैक की जिम्मेदारी जिन प्रवासी विधायक को मिली है, वे पहले ही दिन से बीजेपी नेताओं के साथ उत्तर प्रदेश के कानपुर से विधायक पूनम जाटव को सीहोर विधानसभा की जिम्मेदारी मिली है. विधायक पूनम जाटव को सीहोर शहरी सहित ग्रामीण अंचल में आमजनों से मिलकर निष्पक्ष फीडबैक लेना है. उन्हें यह भी देखना है कि आगामी चुनाव में किन प्रमुख मुद्दों पर चुनाव लड़ा जा सकता है. आम जनता मौजूदा विधायक से कितनी खुश और कितनी नाखुश है. .


निष्पक्ष फीडबैक पर सवाल
सोमवार को कानपुर से विधायक पूनम जाटव सीहोर पहुंचीं. विधायक पूनम जाटव 27 अगस्त तक सीहोर विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण करेंगी और निष्पक्ष फीडबैक लेंगी, लेकिन देखने में आया है कि सात दिवसीय फीडबैक दौरे के पहले ही दिन विधायक पूनम जाटव के इर्द गिर्द बीजेपी के नेता नजर आए. प्रवासी विधायक का यह व्यवहार सीहोर विधानसभा के कुछ नेताओं को रास नहीं आ रहा है. 


इन राज्यों से आए विधायक
प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में लोगों से फीडबैक लेने के लिए चार राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश से बीजेपी के विधायक आए हैं. इन विधायकों को भोपाल के निजी रिसोर्ट में प्रशिक्षण दिया गया है. प्रशिक्षण प्राप्त यह विधायक 20 अगस्त से 27 अगस्त प्रदेश की विभिन्न सीटों पर भ्रमण कर स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित जनता से फीडबैक लेंगे. 


इन सीटों पर विशेष फोकस
प्रशिक्षण प्राप्त विधायक 127 सीटों पर विशेष फोकस देंगे, इन 127 सीटों पर बीजेपी पहले से काबित है. इन सीटों पर मौजूदा विधायकों के हालातों का जायजा लेंगे, ये भी देखेंगे कि इन विधायकों से क्षेत्र की जनता कितनी खुश और कितनी नाखुश है. ये विधायक जनता का फीडबैक उनकी जुबानी शब्दों में लिखकर आलाकमान तक पहुंचाएंगे. इसके बाद आलाकमान तय करेंगे कि मौजूदा विधायक को टिकट देना है या नहीं. 


इन बिदुओं पर लेंगे फीडबैक
फील्ड में जाने वाले प्रशिक्षण विधायकों को जो पॉइंट दिए गए हैं, उनमें मौजूदा विधायकों की स्थिति, क्षेत्र में एंटी इनकम्बेंसी की स्थिति, एंटी इनकम्बेंसी कैसे दूर करेंगे, जिताऊ चेहरा दावेदार कौन, हारी हुई सीटों को जीतने की क्या हो रणनीति, भितरघात की कितनी आशंका है, पार्टी के मैदान मंडल-बूथ कार्यकर्ता का फीडबैक शामिल है.


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